अमरनाथ में बादल फटने से लापता हुए आंध्र प्रदेश के 39 तीर्थयात्रियों का पता चला, 13 अभी भी लापता

Monday, Jul 11, 2022 - 01:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आंध्र प्रदेश के उन लगभग 39 तीर्थयात्रियों का पता लगाया लिया गया है, जिनकी चार दिन पहले अमरनाथ में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ में लापता होने की सूचना मिली थी। राज्य सरकार ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी तीर्थयात्री सुरक्षित हैं। हालांकि, राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, राजामहेंद्रवरम की दो महिलाएं और नेल्लोर के 11 सदस्य अभी भी लापता हैं।

नेल्लोर के 18 सदस्यों के एक अन्य समूह का पता लगा लिया गया है जिसके रविवार को लापता होने की सूचना मिली थी। बचाव अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने तीर्थयात्रियों के लिए जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है। दूसरी ओर, राजस्व अधिकारी राज्य में उनके परिवारों से संपर्क कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी से कोई संपर्क हुआ है या नहीं।'' अधिकारी ने बताया कि नयी दिल्ली में आंध्र प्रदेश भवन के अधिकारी तीर्थयात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं।

जम्मू के भगवती नगर में स्थित यात्री निवास आधार शिविर से अमरनाथ की यात्रा फिर से शुरू हो गई है। शुक्रवार शाम को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से आई प्राकृतिक आपदा के कारण इस पर अस्थायी रूप से रोक लगाई गई थी। यहां बादल फटने की वजह से आई तबाही में 16 लोगों की मौत हो चुकी है, 40 लापता हैं और करीब 50 घायल हुए हैं। अमरनाथ में आई इस आपदा के बावजूद यहां मौजूद तीर्थयात्रियों का उत्साह बिल्कुल भी कम नहीं हुआ है। सरकार द्वारा भक्तों के लिए स्थापित आधार शिविरों में ये‘बम बम भोले'के जयकारे के साथ पहुंच रहे हैं।

4,026 तीर्थयात्रियों का 12वां जत्था 110 वाहनों के काफिले में आधार शिविर से रवाना हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि बालटाल मार्ग के लिए 25 बसों और 10 हल्के मोटर वाहनों में 767 पुरुष, 240 महिलाएं और नौ बच्चे समेत कुल 1,016 यात्री आधार शिविर से रवाना हुए हैं। ठीक इसी तरह पहलगाम रूट के लिए कुल 3,010 तीर्थयात्री 58 बसों सहित 75 वाहनों में सवार होकर आधार शिविर से रवाना हुए, जिनमें 2,425 पुरुष, 401 महिलाएं, चार बच्चे, 174 साधु और छह साध्वी शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि जम्मू आधार शिविर से अब तक 73,554 तीर्थयात्री पवित्र गुफा के दर्शन के लिए रवाना हो चुके हैं। कोरोना महामारी के कारण दो साल से बंद अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 30 जून से हुई है। 43 दिन तक चलने वाली इस तीर्थयात्रा का समापन 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर होगा। 

 

 

rajesh kumar

Advertising