देश में भीषण तबाही लेकर आई बाढ़, 386 लोगों ने गंवाई जान व लाखों लोग हुए बेघर

Saturday, Aug 24, 2019 - 11:52 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी के तेजी से घटने के कारण राहत कार्य तेज कर दिया गया है तथा राहत केंद्रों में शरण लिये लोग अपने-अपने घरों को लौटकर पुनर्वास के काम में जुट गये हैं। इस साल देश में बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई, विभिन्न हिस्सों में हुई भारी बारिश और बादल फटने के कारण आई बाढ़ तथा भूस्खलन की घटनाओं में मृतकों की संख्या बढ़कर 386 पहुंच गयी है जबकि 23 अन्य लापता हैं।

इस वर्ष बारिश एवं बाढ़ से उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब सबसे गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं जबकि इससे पहले के दौर में हुई बारिश और बाढ़ से दक्षिण भारत के केरल और कर्नाटक सबसे गंभीर तौर पर चपेट में आये थे। हिमाचल में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 63 लोगों तथा उत्तराखंड में 62 लोगों की मौत हुई है जबकि छह अन्य लापता हैं। 

दक्षिण भारत के केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। केरल में अब तक 125 लोगों की मौत हुई जबकि 17 लोग अब भी लापता हैं, कर्नाटक में 62, गुजरात में 35, महाराष्ट्र में 30, ओडिशा में आठ तथा आंध्र प्रदेश में नाव पलटने से एक लड़की की मौत हो चुकी है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से कम से कम आठ लोगों की जान गयी हैं। 

वहीं उत्तरकाशी जिले के चिंवा गांव में आपदा ने भीषण तबाही मचाई थी, जिसके बाद से ही यहां रास्ते बंद है और रोजमरर की चीजों की किल्लत बनी हुई है। हेलीकॉप्टर से क्षेत्र में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून तेलंगाना, तटीय कर्नाटक और केरल में सक्रिय है। यह उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और गुजरात क्षेत्र में कमजोर हुआ है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) राज्य की विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
 

vasudha

Advertising