31 साल के ब्रेन डेड युवक ने दो लोगों को दी नई जिंदगी, बनाया गया 250km का ग्रीन कोरीडोर

Thursday, Dec 26, 2019 - 04:24 PM (IST)

नासिक: महाराष्ट्र के नासिक में ब्रेन डेड 31 साल के एक व्यक्ति के शोक संतप्त परिवार ने जिगर, अग्न्याशय, गुर्दे, आंखों और त्वचा का दान कर दिया, जिससे दो लोगों को नया जीवन मिला है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार कलवन तहसील के पास दहयाने गांव से भव्या सोनू महाले (31) को मंगलवार को एक दुर्घटना में सिर पर गंभीर चोट लगी थी और उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था। अस्पताल के डॉक्टर भाऊसाहब मोरे और डॉक्टर संजय राकिबे ने ब्रेन डेड युवक परिजनों को अंगदान के बारे में समझाया जिसके बाद वह अंगदान के लिए तैयार हो गए।

 

पुलिस उप-निरीक्षक प्रवीण माली के नेतृत्व में बुधवार को नासिक और पुणे के बीच बनाए गए 250 किलोमीटर के ग्रीन कोरीडोर के माध्यम से इन अंगों को पुणे के अस्पताल में पहुंचाया गया। पैनक्रिया और किडनी ज्युपिटर अस्पताल और जिगर (लीवर) रूबी हाल क्लीनिक में भेजा गया। मुंबई से सटे ठाणे जिले का एक 53 वर्षीय व्यक्ति ज्युपिटर अस्प्ताल में किडनी और पैनक्रिया की परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती था। इससे अंगदान की प्रतीक्षा कर रहे दो लोगों को नया जीवन मिला। अंगदाता के जिगर को रूबी हॉल क्लिनिक में 50 वर्षीय पुणे के एक व्यक्ति को आवंटित किया गया है। सूत्रों के अनुसार अस्पताल की ट्रांसप्लांट कोऑडिर्नेटर सुरेखा जोशी ने कहा कि गुरुवार की रात में प्रत्यारोपण किया जाएगा।

Seema Sharma

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