Operation Sankalp में मारे गए 31 नक्सली, शवों को देख फूट-फूटकर रोए परिजन

punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 08:47 AM (IST)

नेशनल डेस्क। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में सुरक्षा बलों ने एक बड़े माओवादी विरोधी अभियान में भारी सफलता हासिल की है। करीब तीन हफ्तों तक चले इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए इन 31 नक्सलियों में से 20 की पहचान कर ली गई है जबकि 11 शवों को उनके परिवार वालों को सौंप दिया गया है।

ऐसे शुरू हुआ ऑपरेशन

गृह मंत्रालय के एक उच्च अधिकारी ने इस ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसकी शुरुआत 21 अप्रैल को हुई थी। एजेंसियों को खुफिया जानकारी मिली थी कि शीर्ष माओवादी नेता हिडमा माडवी और कुछ अन्य बड़े कमांडर इस इलाके में देखे गए हैं। इसी सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने इलाके में घेराबंदी कर ऑपरेशन शुरू किया।

25 हजार जवान और वायुसेना की मदद

इस बड़े अभियान में 25,000 से भी अधिक सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया था। सुरक्षा बलों को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों और ड्रोन से भी मदद मिली जिससे नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखने और ऑपरेशन को प्रभावी बनाने में सहायता मिली। एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), छत्तीसगढ़ और तेलंगाना पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी जिसमें इस पूरे ऑपरेशन की रणनीति विस्तार से तैयार की गई थी। गृह मंत्रालय भी इस पूरे अभियान के दौरान लगातार संपर्क में था और इस ऑपरेशन के लिए 15 दिनों का समय निर्धारित किया गया था।

सुरक्षा बलों को भी हुआ नुकसान

इस सफल ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को भी नुकसान उठाना पड़ा। तेलंगाना में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) धमाके में ग्रेहाउंड्स बल के तीन वीर जवान शहीद हो गए जबकि दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए और छह अन्य को भी मामूली चोटें आईं। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान सुरक्षा बलों के घेरे को तोड़कर हिडमा और कुछ अन्य बड़े माओवादी नेता भागने में सफल रहे। ऑपरेशन को आगे भी चलाने की योजना थी लेकिन यह इलाका माओवादियों का एक मजबूत गढ़ माना जाता है और मौजूदा भीषण गर्मी में लंबे समय तक वहां रहना सुरक्षा बलों के लिए खतरे से खाली नहीं था। इसी वजह से फिलहाल इस अभियान को रोक दिया गया है।

मारे गए नक्सलियों में महिलाएं और एक किशोर भी शामिल

छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस ऑपरेशन के बाद जानकारी दी है कि मारे गए 20 माओवादियों की पहचान कर ली गई है। इनमें कई महिलाएं और एक 16 साल का किशोर भी शामिल है। पुलिस ने पहचान की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए सभी शवों की तस्वीरें खींचीं और उन्हें एक क्रमांक दिया। सोमवार को 6 से 7 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। इस बड़े ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को मिली सफलता निश्चित रूप से नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।
 


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Content Editor

Rohini Oberoi

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