पैरों की मदद से गाड़ी चलाकर तमिलनाडु के थानेसेन ने प्राप्त किया ड्राइविंग लाइसेंस, हादसे में खो दिए थे दोनों हाथ
punjabkesari.in Monday, May 06, 2024 - 01:01 PM (IST)
ऑटो डेस्क. कहते हैं न कि अगर हौसलों की उड़ान ऊंची हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जो ज़ज्बे की जीती जागती मिसाल है। दरअसल, तमिलनाडु के 30 वर्षीय थानेसेन ने एक हादसे में अपने दोनों हाथ खो दिए लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। थानेसेन ने पैरों की मदद से गाड़ी चलाने का अभ्यास किया है, जिसके बाद हाल ही में उन्हें परिवहन कार्यालय ने स्पेशल ड्राइविंग लाइसेंस प्रदान किया है।
बता दें के. थानेसेन डॉ. अंबेडकर गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहे हैं, तमिलनाडु के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने विशेष ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त किया है। उन्हें सरकारी डॉक्टर द्वारा जारी फिटनेस प्रमाण पत्र के आधार पर परिवहन विभाग ने कार चलाने के लिए 10 साल की अवधि के लिए वैध लाइसेंस जारी किया है।
तमिलनाडू परिवहन विभाग से स्पेशल ड्राइविंग लाइसेंस मिलने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए थानेसेन ने कहा- 'लाइसेंस मिलने के तुरंत बाद मैं अपने परिवार के साथ कार में पेरंबूर मंदिर गया, जहांं मुझे गाड़ी चलाते देख लोग हैरान रह गए। साथ ही कई लोगों ने पैरों की मदद से कार चलाने की प्रशंसा की है। ड्राइविंग लाइसेंस प्रदान करने के लिए मैं सरकार का आभार व्यक्त करता हूं।
थानेसेन की कार में किए गए हैं कई मॉडिफिकेशन
थानेसेन द्वारा गाड़ी को पैरों से चलाने के लिए इसके अंदर कई तरह के बदलाव किए गए हैं। कार के हैंड ब्रेक के पास हॉर्न, इंडिकेटर, वाइपर और लाइट स्विच लगे हैं। थानेसेन को ड्राइविंग करने में बिल्कुल भी समस्या नहीं है। वह एक पैर से स्टीयरिंग व्हील, दूसरे पैर से एक्सीलेटर और ब्रेक को नियंत्रित कर रहे हैं। थानेसेन कारों के अलावा मोटरसाइकिल भी चलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 'कार चलाना कई सालों से मेरा सपना था। अंततः गाड़ी चलाना सीखकर यह पूरा हुआ। मेरा अगला लक्ष्य बाइक चलाना है। अब मैं इसकी तैयारी कर रहा हूं। अभी तक मुझे बाइक का लाइसेंस नहीं मिला है।'