GF की लाश पर गद्दा बिछाकर सोता था प्रेमी, मर्डर के बाद जीता था लग्जरी लाइफ

punjabkesari.in Friday, Feb 03, 2017 - 02:31 PM (IST)

भोपाल: 8 साल तक चले रिश्ते का अंत दर्दनाक होगा शायद ही लड़की से सोचा होगा। अपने प्यार पर यकीन कर वो घर तो छोड़ गई लेकिन वह दुनिया को ही अलविदा कह जाएगी इसका ख्याल तक उसके दिमाग में नहीं आया। राजधानी में एक प्रेमी के हाथों प्रेमिका को भयानक मौत देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 8 साल पहले दोनों सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर मिले। दोस्ती प्यार में बदल गई तो दोनों ने एक साथ रहने का फैसला कर लिया लेकिन लड़का अमेरिका का था तो लड़की वेस्ट बंगाल की रहने वाली। प्यार की खातिर लड़का भारत लौट आया। लड़की ने भी घरवालों के सामने बहाना लगाया कि वह जॉब करने अमेरिका जा रही है।

दोनों भोपाल के भेल टाउनशिप में साथ रहने। दो साल पहले उन्होंने वही किसी मंदिर में शादी कर ली। कुछ लोगों का कहना है कि दोनों ने न्यूयॉर्क में कोर्ट मैरिज भी की थी। हालांकि स्पष्ट कुछ नहीं है। दोनों का प्यार ज्यादा दिन तक नहीं चला। लोगों का कहना का दोनों का झगड़ा इतना बढ़ जाता था कि वे आपे से बाहर हो जाते थे। वहीं घर वालों की आंखों में धूल झोंकने के लिए लड़की अमेरिका के टाइम के हिसाब से अपने परिजनों से बात करती थी। वहीं दोनों के रिश्ते में दिनों दिन खट्टास आनी शुरू हो गई। एक दिन गुस्से में लड़के ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी।

हत्या के बाद उसने गर्लफ्रेंड की डेडबॉडी को ठिकाने लगाने के लिए एक बॉक्स में बंद किया। उस बॉक्स में कई बोरी सीमेंट और पानी डाला, ताकि डेडबॉडी स्टोन बन जाए। बॉक्स को जमीन में दफन कर उसने उसके ऊपर चबूतरा बना दिया। इस दौरान उसने किसी को भनक तक नहीं लगने दी कि उसने लड़की की हत्या कर दी है। दो महीने बीत चुके थे। वह रोज उस चबूतरे पर सोता था। आसपास किसी को जाने तक नहीं देता था। उसकी जिंदगी शानदार तरीके से गुजर रही थी। मर्सिडीज कार से घूमता, अकेले में घर में रहता। अब कोई टेंशन भी नहीं थी लेकिन उसका ये राज ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाया।

ऐसे खुला मर्डर का राज
भले ही आकांक्षा अपने घरवालों से बात करती थी लेकिन उसके पिता को शक था कि कुछ गड़बड़ है। सब-इंस्पेक्टर रमेश राय ने बताया कि वेस्ट बंगाल के बाकुरा जिले के रहने वाले देवेंद्र कुमार शर्मा की 28 साल की बेटी आकांक्षा श्वेत 24 जून 2016 से लापता थी। देवेंद्र ने बाकुरा थाने में अपनी बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। उनको शक था कि आकांक्षा किसी उदय दास (32) नाम के लड़के के साथ भोपाल के गोविंदपुरा में रह रही है। पिता की निशानदेही पर बाकुर थाना पुलिस गोविंदपुरा पहुंची और भोपाल पुलिस की मदद से उदय दास को हिरासत में लिया।

बॉक्स में डालकर दफनाया था शव
पुलिस ने जब आरोपी उदस से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने इस मामले का खुलासा किया। उसने बताया कि वह आकांक्षा के साथ रहता था लेकिन दोनों के बीच हो रहे झगड़े से वह तंग आ गया था इसलिए उसने आकांक्षा की हत्या कर उसके शव को घर में ही दफन कर दिया। शव सड़े नहीं इसलिए उसे एक बॉक्स में डालकर उसमें सीमेंट डाल दिया। पुलिस ने उदय से ही उस जगह की खुदाई करवाई, तो बॉक्स से आकांक्षा की लाश बरामद हो गई, मामले की जांच जारी है।


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