भारत में 30 फीसद लाइसेंस जाली : गडकरी

Sunday, May 29, 2016 - 09:09 PM (IST)

नई दिल्ली : भारत में लगभग हर तीसरा ड्राइविंग लाइसेंस जाली हो सकता है। एक आधिकारिक आंकड़े के अनुसार सड़कों पर पांच करोड़ से अधिक लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी पाए गए। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत में 30 प्रतिशत लाइसेंस जाली हैं। हमें इसकी जांच करनी होगी।

जल्द शुरू होगी ऑनलाइन प्रणाली 
गडकरी ने कहा, हम ऑनलाइन प्रणाली शुरू करने जा रहे हैं जहां ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए कंप्यूटराइज्ड परीक्षण किया जाएगा। लाइसेंस हासिल करने के लिए सभी को परीक्षा देनी होगी, चाहे वह नेता हो, अधिकारी हो या सेलिब्रिटी हो। पूरी तरह पारदर्शिता होगी।

एक साल तक सजा की तैयारी
फर्जी लाइसेंस के साथ गाड़ी चलाते पाए गए लोगों को जल्द ही एक साल तक की कैद और 10 हजार रुपये तक का जुर्माने का प्रावधान हो सकता है। फिलहाल अधिकतम तीन माह की कैद और 500 रुपये के जुर्माना लगता है। किशोर चालकों के मामले में वाहन मालिक या चालक के अभिभावक को तीन साल तक की जेल और 20 हजार रुपये तक के जुर्माने की कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है। वाहन का रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जा सकता है।

विधेयक महत्वपूर्ण
सड़क परिवहन और सुरक्षा विधेयक को भारतीय सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए गडकरी ने कहा कि देश में सड़क हादसों में हर साल करीब डेढ़ लाख लोग मारे जाते हैं।  प्रस्तावित कानून पूरी व्यवस्था को बदलेगा। इसमें ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रणाली भी शामिल है। उम्मीद है कि संसद के अगले सत्र में विधेयक पारित हो जाएगा।

 
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