एक ही झटके में खो दिए 26 रिश्तेदार, लाशें तक नहीं मिली, वायनाड लैंडस्लाइड में परिवार को खोने वाले शख्स ने सुनाई आपबीती
punjabkesari.in Saturday, Aug 03, 2024 - 03:18 PM (IST)
नेशनल डेस्क: 30 जुलाई की सुबह केरल के वायनाड जिले में आए भयानक लैंडस्लाइड ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। इस आपदा में शौकत नामक व्यक्ति ने अपने 26 रिश्तेदारों को खो दिया। जब शौकत ने अपने भाई और अन्य रिश्तेदारों को मलबे में ढूंढ़ने की कोशिश की, तो उनकी आंखों में आंसू थे और वह रो पड़े।
शौकत ने बताया कि जब उसे वायनाड के अपने गांव मुंडक्कई में लैंडस्लाइड की खबर मिली, तो वह कतर से तुरंत लौट आया। उसकी पत्नी और बेटा लैंडस्लाइड के दौरान पहाड़ी की ओर भागकर सुरक्षित रहे, लेकिन उसके भाई और अन्य रिश्तेदारों की तलाश अभी भी जारी है और उनके शव भी नहीं मिले हैं। शौकत, जो पिछले 30 साल से केरल में माइनिंग ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा था, खुद मलबे को खुदाई करके अपने रिश्तेदारों की तलाश कर रहा है। हालाँकि, अभी तक किसी का कोई सुराग नहीं मिला है।
The death toll in the Wayanad landslides has risen to 8. Those dead also include three children.
The first landslide was reported at nearly 2 am. Later, at nearly 4.10 am, the district was struck by another landslide. #WayanadLandslide #Wayanad #Kerala pic.twitter.com/TCAWfMdaCz
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) July 30, 2024
अपने दर्द और संघर्ष को देखते हुए, शौकत ने राहत कार्य में मदद के लिए सरकार से एक माइनिंग मशीन की मांग की थी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली है। वायनाड में लैंडस्लाइड की स्थिति और भी गंभीर हो गई है। भारी बारिश के कारण 29-30 जुलाई की रात को दो बार लैंडस्लाइड हुआ। इसके परिणामस्वरूप मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला, और नूलपुझा जैसे चार गांव पूरी तरह से मलबे और कीचड़ के नीचे दब गए। इस त्रासदी में मरने वालों की संख्या 325 के पार जा चुकी है, और 200 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।
Major accident in Wayanad, Kerala… Ten people died due to landslide, many more missing, this number may increase further…
#Waynad #KeralaLandslide pic.twitter.com/EiYZ70wnoX
— Journalist Sanjay Sahu चित्रकूटी (@Sahu24x7) July 30, 2024
राज्य सरकार ने आपदा की गंभीरता को देखते हुए डीप सर्च रीडर मशीनें मंगवाई हैं, जो मलबे के नीचे गहराई में दबे शवों का पता लगाने में सक्षम हैं। ये मशीनें लगभग 80 मीटर की गहराई तक शवों का पता लगाने में मदद करती हैं। डीप सर्च रीडर आमतौर पर एवलांच के बाद बर्फ के नीचे दबे लोगों की तलाश के लिए उपयोग की जाती हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया कि शवों की तलाश के लिए विशेष उपकरण और तकनीकें लाई गई हैं।
Wayanad landslide: Out of 400 houses, only 30 remain in Mundakkai.
Please support Wayanad by donating to the CM’s Distress Relief Fund. Or any organisation helping the needy. pic.twitter.com/vB1bxgX61F
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) July 31, 2024
बचाव कार्य में NDRF, SDRF, पुलिस, सेना, एयरफोर्स, और नेवी की टीमें लगातार लगी हुई हैं। अब तक 340 शवों की खोज की जा चुकी है, जिनमें से 145 की शिनाख्त हो चुकी है और 134 शवों के टुकड़े मिले हैं।भूस्खलन के कारण इरुवाझिनजी नदी पर बने पुल को भी नुकसान पहुंचा है, जिससे राहत और बचाव कार्य में कठिनाई हो रही है। मलबा लगभग 20 से 30 फीट गहरा है, और इसके नीचे दबे शवों को निकालने के प्रयास जारी हैं। फिलहाल, सरकार और बचावकर्मियों की पूरी कोशिश है कि जितने भी लोग मलबे में दबे हैं, उन्हें निकाला जा सके।