24 % किशोरियां अपने साथी के हाथों हो रहीं हिंसा का शिकार, एक साल में बढ़े 9% केस: लैंसेट रिपोर्ट
punjabkesari.in Wednesday, Jul 31, 2024 - 03:36 PM (IST)
नेशनल डेस्क: देशभर में महिलाओं के साथ हो रही हिंसा की समस्या बढ़ती जा रही है और इसमें कोई कमी नहीं आ रही। लैंसेट में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, दुनिया भर में 15 से 19 साल की उम्र की 24 फीसदी किशोरियां (लगभग 1 करोड़ 90 लाख) अपने पार्टनर द्वारा हिंसा का शिकार हो रही हैं। इस अध्ययन में डब्ल्यूएचओ के 154 देशों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है, जो 2000 से 2018 तक के हैं। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग एक चौथाई किशोरियों को उनके पार्टनर द्वारा हिंसा का सामना करना पड़ता है। वहीं, पिछले एक साल में किशोरियों के साथ 9% हिंसा के मामले बढ़े हैं।
24 % किशोरियां अपने साथी के हाथों हो रहीं हिंसा का शिकार
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 20 साल की उम्र तक 24 फीसदी किशोरियों ने कम से कम एक बार अपने पार्टनर द्वारा हिंसा का सामना किया है। पिछले साल तक यह आंकड़ा 16 फीसदी था। रिपोर्ट के लेखक डॉ. लिनमेरी सरडिन्हा के अनुसार, इस अध्ययन का उद्देश्य यह दिखाना है कि किशोरियों के साथ हिंसा की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है और इस समस्या को हल करने की आवश्यकता है।
भारत में 30 % महिलाएं हो रही शारीरिक हिंसा का शिकार
एनएफएचएस-5 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 30 फीसदी महिलाएं शारीरिक या यौन हिंसा का शिकार होती हैं और 15 साल की उम्र के बाद 30 फीसदी महिलाएं शारीरिक हिंसा का सामना करती हैं।
जीवन के संवेदनशील समय पर असर
WHO की सेक्सुअल और रिप्रोडक्टिव हेल्थ डिपार्टमेंट की निदेशक पास्कल एलोटे के अनुसार, किशोरियों का जीवन संवेदनशील और निर्माणात्मक समय होता है। इस दौरान हिंसा का अनुभव उनके पूरे जीवन को प्रभावित करता है।
कैसी है अमेरिका में स्थिति?
अमेरिका की साइकोलॉजिकल एसोसिएशन द्वारा 2023 में किए गए अध्ययन के अनुसार, जब किशोर डेटिंग, रोमांस और सेक्स के बारे में सोचने लगते हैं, तो 19 फीसदी किशोर यौन या शारीरिक हिंसा का शिकार होते हैं। इसके अलावा, लगभग आधे किशोरों को पीछा किए जाने या उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।
गरीब देशों में किशोरियों के साथ सबसे अधिक हिंसा
रिपोर्ट से पता चला है कि गरीब देशों में किशोरियों के साथ हिंसा के मामले अधिक होते हैं। ओशेनिया में हिंसा की दर सबसे अधिक है, उसके बाद अफ्रीका और पापुआ न्यू गिनी में 49 फीसदी लड़कियों के साथ उनके पार्टनर द्वारा मारपीट की जाती है। यूरोप में हिंसा की दर सबसे कम है, जहां केवल 10 फीसदी लड़कियों ने ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट की है।