संकट में वन्य जीव: भारत से 22 प्रजातियां हुई लुप्त

Sunday, Jul 28, 2019 - 03:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: वन जीव सर्वेक्षण संगठनों के अनुसार पिछली कुछ शताब्दियों से भारत में जीवों की 4 प्रजातियां और वनस्पतियों की 18 प्रजातियां लुप्त हो गई है। पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा लोकसभा में इस महीने की शुरूआत में​ दिए गए डाटा में ये बत कही गई थी। 

बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के निदेशक ए.ए. माओ ने कहा कि भारत विश्व भर में सभी वनस्पतियों में से 11.5% का ग्रह स्थल है। International Union for Conservation Of Nature के अनुसार नए अध्ययन से स्पष्ट होता है कि 1750 के बाद 2 गुणा से अधिक पौधे पक्ष्यिों के तुलना में अधिक खत्म हो रहे हैं। BSI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पौधों की 18 प्रजातियों में से 4 गैर फूलों वाली और 14 फूलों वाली खत्म हो गई हैं। इनमें से मणिपुर की कुछ प्रजातियां हैं इसके अलावा म्यांमार और बंगाल क्षेत्रा में पाई जाने वाली प्रजातियां भी शामिल हैं। 



स्तनधारी पशुओं में चीता और गैंडा लुप्त हो रहे हैं। यही नहीं गुलाबी सिर वाला बत्तख तो 1950 के बाद दिखाई ही नहीं दी। इसके अलावा हिमालयन बटेर 1876 के बाद लुप्त हो गई है। ZSI के निर्देशक कैलाश चंद्र ने कहा कि ये 4 पशु दुनिया के अन्य हिस्सों में पाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में पाई जाने वाली पशु प्रजातियों का 6.49% हिस्सा भारत में है। 

vasudha

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