ठक-ठक गैंग ने निकाला लूट का नायाब तरीका, इलेक्ट्रिक टॉर्च से करंट लगाकर लूटे 21 लाख रुपए

punjabkesari.in Tuesday, Jul 30, 2019 - 04:09 AM (IST)

नई दिल्ली: करंट मारने वाली टॉर्च के जरिए मेडिकल ब्यूरो एजेंसी के अकाउटेंट से 21 लाख रुपए की लूट करने वाले तीन आरोपियों को सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने धर दबोचा। ये लोग ठक- ठक गैंग के सदस्य थे और इन्होंने लूट का एक नया आइडिया ढूंढ निकाला। इनके पास से 15 लाख 30 हजार रुपए, 8 लाख की जूलरी, एक यामहा एफजेड एस मॉडल की बाइक, एक टोएटा इनोवा व पिस्टल बरामद की है। पुलिस को अब इस गैंग के अन्य सदस्य की तलाश है, जिसके पास से करंट मारने वाली टॉर्च बरामद करना बाकी है। 

फुटेज में दिखी काले रंग की यामहा बाइक: डीसीपी सेंट्रल मंदीप सिंह रंधावा ने बताया मेडिकल ब्यूरो एजेंसी के अकाउटेंट राम मोहन 12 जुलाई को ऑटो से चांदनी चौक जा रहे थे। उनके पास 21 लाख रुपए बैग में थे। जब वे गुरु नानक चौक पहुंचे तभी एक बदमाश ने उन्हें पिस्टल दिखाई और इलेक्ट्रिक टॉर्च उनके शरीर पर लगा दी। करंट लगने के कारण वह एकदम से घबरा गए और बदमाश उनसे रुपयों से भरा बैग छीनकर फरार हो गया। मामले की शिकायत मिलने पर इस बाबत कमला मार्केट थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। एसीपी ऑपरेशन नरेश कुमार व स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर ललित कुमार, एसआई संदीप गोदारा और कांस्टेबल प्रवीण सहित पुलिसकर्मियों की टीम ने मौका-ए-वारदात का मुआयाना किया।

घटनास्थल वाले रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की। पुलिस को एक काले रंग की यामहा एफजेड एस बाइक और एक स्कूटी नजर आई। पुलिस ने इस मॉडल की बाइक का डाटा हासिल कर लिया। दिल्ली में काले रंग की इस मॉडल की बाइकें दो सौ ही बिकी थी। सभी बाइकों के मालिक का पुलिस ने पता लिया। मोबाइल टेक्निकल सर्विलांस की भी मदद ली गई। यह बाइक गैंग के एक अन्य सदस्य अजय की थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला इस वारदात में शामिल बदमाशों का लिंक इंद्रपुरी से है। 

मुखबिर ने बताया कि रुद्र नगर इंद्रपुरी निवासी प्रिंस विनोद (35) इसमें शामिल है। पुलिस ने 27 जुलाई को इंद्रपुरी से प्रिंस विनोद को पकड़ लिया। उससे पूछताछ के आधार पर गैंग में शामिल दो अन्य बदमाशों दक्षिणपुरी निवासी प्रदीप मंतोष (22) और मदनगीर निवासी कनक रतनाम (35) को भी राजेन्द्र नगर से धर दबोचा। 

लूट का कुछ हिस्सा भगवान को भी चढ़ाते हैं
हर बड़ी वारदात करने के बाद ये बदमाश मोबाइल बंद कर राजस्थान के बालाजी मंदिर चले जाते थे, वहां खुद की कामयाबी से खुश होकर लूट की रकम का कुछ हिस्सा भगवान को भी चढ़ा देते थे। पुलिस को अब इस गैंग में शामिल अजय की तलाश है, जिसके पास ही इलेक्ट्रिक टॉर्च बताई गई है। आरोपियों ने बताया वे ठक-ठक गैंग के नाम पर हजारों वारदात कर चुके हैं। आरोपी विनोद के पास से पुलिस ने करीब 5 लाख रुपए के गहने और 20 कलाई घडिय़ां बरामद की है। सभी ब्रैंडेड सामान हैं। लूटपाट के बाद विनोद को गहने पसंद आ गए थे, जिसके कारण उसने उनको बेचा नहीं, बल्कि अपनी बेटी की शादी के लिए जमा करके रख लिए। फिलहाल आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने जेल भिजवा दिया है। 

बेटी की शादी के लिए रख लेता था गहने 
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया वे सभी ठक-ठक गैंग के सदस्य हैं। उनके अपराध करने के तौर-तरीके से पुलिस के साथ आम लोग भी जान चुके थे। ऐसे में उनके दिमाग में इलेक्ट्रिक टॉर्च से वारदात करने का आइडिया आया। उनका गैंग सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, जयपुर, सूरत आदि शहरों में भी सक्रिय था। वे बीते पांच साल से सक्रिय थे लेकिन पकड़ में नहीं आ सके। वारदात करने के बाद वे कुछ किलोमीटर आगे जाकर स्कूटी बाइक को छोड़ देते थे, इसके बाद वहां से इनोवा गाड़ी से निकल जाते।  


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Pardeep

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