50 साल से कम उम्र की 2 महिलाओं की सबरीमला में एंट्री, किया गया मंदिर का शुद्धिकरण

Wednesday, Jan 02, 2019 - 02:10 PM (IST)

तिरुवनंतपुरम: सबरीमला मंदिर में आज सुबह 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं ने भगवान अयप्पा के दर्शन किए। टीवी चैनलों के अनुसार, दो महिलाओं- कनकदुर्गा (42) और बिंदू (44) ने भगवान अयप्पा के पवित्र मंदिर में प्रवेश का दावा किया है। उन्होंने दिसंबर में भी मंदिर में प्रवेश की कोशिश की थी लेकिन विरोध के कारण उन्हें लौटना पड़ा था। खबरों के अनुसार, दोनों महिलाएं बुधवार को तड़के मंदिर पहुंचीं। वीडियो में काले कपड़े पहने और सिर ढके वे मंदिर में प्रवेश करते दिख रही हैं। अगर दोनों महिलाओं का दावा सही है तो भगवान अयप्पा के दर्शनों के साथ ही सबरीमला में चली आ रही सैंकड़ों पुरानी परंपरा टूटने की संभावना है। खबरों के मुताबिक बिंदू और कनकदुर्गा ने आधी रात करीब 3.45 पर मंदिर में प्रवेश किया और भगवान के दर्शन किए।

मंदिर का शुद्धिकरणमहिलाओं द्वारा भगवान के दर्शनों की खबर फैलने के बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया गया। शुद्धिकरण के बाद मंदिर को फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। हालांकि पहले खबर थी कि मंदिर को 2 दिन के लिए बंद कर दिया गया है।


केरल पुलिस कर रही खबरों की जांच
केरल पुलिस मीडिया में आई इन खबरों की जांच कर रही है कि सबरीमला मंदिर में बुधवार को तड़के दो महिलाओं ने प्रवेश किया। तिरूवनंतपुरम में पुलिस सूत्रों ने पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले के संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही हैं।


कौन है बिंदू और कनकदुर्गा
बिंदू कॉलेज में लेक्चरर और भाकपा (माले) कार्यकर्त्ता हैं। वह कोझिकोड जिले के कोयिलैंडी की रहने वाली है। कनकदुर्गा मलप्पुरम के अंगदीपुरम में एक नागरिक आपूर्ति कर्मी हैं। वे दोनों 24 दिसंबर को सबरीमला आई थीं। मंदिर 30 दिसंबर को मकरविल्लकु उत्सव के लिए खोला गया था और बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे। त्रावणकोर देवस्व ओम बोर्ड (टीडीबी) के अध्यक्ष ए. पद्मकुमार ने कहा कि उन्हें मंदिर में दो महिलाओं के पूजा-अर्चना करने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के दावे की पुष्टि के लिए टीडीबी अधिकारियों को सीसीटीवी फुटेज देखने को कहा गया है।

11 महिलाओं को नहीं मिली थी मंदिर में एंट्री
बिंदू और कनकदुर्गा से पहले चेन्नई के एक संगठन ने 11 महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया था और अयप्पा मंत्रोच्चारण कर रहे श्रद्धालुओं ने उन्हें वहां से लौटा दिया था। महिलाओं द्वारा सबरमला की पहाड़ी चढ़ने पर काफी विरोध प्रदर्शन किया गया था।

क्या है पूरा मामला

  • केरल स्थित सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल तक की उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध है।
  • माना जाता है कि भगवान अयप्पा ब्रह्मचारी थे और जो महिलाएं रजस्वला होती हैं उन्हें मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होनी चाहिए।
  • मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर बैन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी ।
  • सुप्रीम कोर्ट ने साल 2018 में याचिका पर अहम फैसला सुनाते हुए हर उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने का आदेश दिया था जिसे माकपा नीत एलडीएफ सरकार ने लागू करने का फैसला किया है।
  • सुप्रीम कोर्ट के इस फैसला का अब तक विरोध हो रहा है। कोर्ट के आदेश के बाद कई महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो पाईं।
  • कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ और भाजपा इस आयुवर्ग की महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रही हैं। उनका कहना है कि वे श्रद्धालुओं के साथ हैं।

Seema Sharma

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