Video: ट्रेन में सवार थे रेल मंत्री वैष्णव, तभी आमने-सामने टकराने से बचीं दो ट्रेनें...''कवच'' ने किया कमाल
Friday, Mar 04, 2022 - 02:32 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भारतीय रेलवे के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खास रहा। रेलवे ने कवच तकनीक (Kavach Technique) का सफल परीक्षण किया। इस ट्रायल के दौरान दो ट्रेनों को आमने-सामने से चलाया गया। एक ट्रेन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौजूद थे तो दूसरी ट्रेन में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। दो ट्रेनों के आमने-सामने आने पर 'कवच' ने अलर्ट किया औऱ ट्रेनों को रोक दिया।
Loop-line crossing test done👍.
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) March 4, 2022
Kavach automatically restricts the speed to 30 kmph (allowed speed) while crossing/entering loop-line. #BharatKaKavach pic.twitter.com/SHDOyaE39u
रेल मंत्री ने अश्विनी वैष्णव ने इस ट्रायल के कई वीडियोज ट्विटर अकाउंट पर शेयर किए हैं। जिस ट्रेन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सवार थे, वह ट्रेन सामने से आ रही ट्रेन से 380 मीटर पहले ही रुक गई। कवच तकनीक की वजह से ही ट्रेन में अपने आप ब्रेक लग गए। रेल मंत्री द्वारा एक मिनट का वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें लोकोपायलट वाले केबिन में रेल मंत्री समेत अन्य अधिकारी दिखाई दे रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया, ''रियर-एंड टक्कर परीक्षण सफल रहा है। कवच ने अन्य लोको से 380 मीटर पहले लोको को स्वचालित रूप से रोक दिया।''
क्या है कवच
ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली में दो ट्रेन अगर विपरीत दिशा से एक-दूसरे की तरफ बढ़ आ रही हैं, फिर चाहे उनकी गति कितनी भी हो लेकिन 'कवच' के कारण ये दोनों ट्रेन टकराएंगी नहीं। कवच को इस तरह से बनाया गया है कि यह उस स्थिति में एक ट्रेन को स्वचालित रूप से रोक देगा, जब उसे निर्धारित दूरी के अंदर उसी लाइन पर दूसरी ट्रेन के होने की जानकारी मिलेगी। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इस डिजिटल प्रणाली के कारण मानवी त्रुटियों जैसे कि लाल सिग्नल को नजरअंदाज करने या किसी अन्य खराबी पर ट्रेन स्वत: रुक जाएगी। वहीं, जब फाटकों के पास ट्रेन पहुंचेगी तो अपने आप सीटी बज जाएगी।
Hon'ble MR Shri @AshwiniVaishnaw witnessed the successful trial of 'KAVACH'- an indigenously designed Automatic Train Protection system.
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) March 4, 2022
Signal Passing at Danger (SPAD) test demonstrated how KAVACH restricted locomotive to cross red signal.#BharatKaKavach pic.twitter.com/v2d9HQutGJ
बता दें कि साल 2022 के केंद्रीय बजट में भी कवच तकनीक को लेकर घोषणा की गई थी। वर्ष 2022 के केंद्रीय बजट में आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत 2,000 किलोमीटर तक के रेल नेटवर्क को ‘कवच' के तहत लाने की योजना है। दक्षिण मध्य रेलवे की जारी परियोजनाओं में अब तक कवच को 1098 किलोमीटर मार्ग पर लगाया गया है। कवच को दिल्ली-मुंबई और दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर भी लगाने की योजना है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 3000 किलोमीटर है।