1993 मुंबई ब्लॉस्ट के दोषी मुस्तफा दोसा की मौत, सीने में दर्द की थी शिकायत

Wednesday, Jun 28, 2017 - 03:52 PM (IST)

मुंबईः मुंबई में 1993 के सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले में दोषी ठहराए गए मुस्तफा दोसा की आज सरकारी जे जे अस्पताल में हृदयगति रुक जाने से मौत हो गई। अस्पताल के प्रमुख डाक्टर टी.पी. लहाने ने बताया कि मुस्तफा को आज तड़के तीन बजे उच्च रक्तचाप और सीने में दर्द के कारण जे जे अस्पताल के जेल वार्ड में भर्ती कराया गया था  जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मृत्यु के सही कारण का पता चल सकेगा। गौरतलब है कि 12 मार्च 1993 को मुंबई में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट में 257 लोग मारे गये थे और 700 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

विस्फोट मामले की सुनवाई विशेष टाडा अदालत में चल रही थी और अदालत ने सात आरोपियों में से छह को दोषी ठहराया है जबकि अब्दुल कय्यूम को सभी आरोपों से बरी कर दिया। दोषी ठहराए गए छह लोगों के नाम अबू सलेम, मुस्तफा दोसा, करीमउल्ला खान, फिरोज अब्दुल राशिद खान, रियाज सिद्दीकी और ताहिर मर्चेंट हैं। मुंबई में 12 अलग-अलग स्थानों पर विस्फोट होने से पहले भारत और दुबई में विस्फोट की साजिश रचने से संबंधित बैठकों शामिल होने का दोसा दोषी पाया गया। इसके अलावा उसे विस्फोट को अंजाम देने के लिए विस्फोटक सामग्री की व्यवस्था करने का भी दोषी ठहराया गया था।

2004 में किया गया था अरेस्ट
दोसा को मुंबई सीरियल ब्लास्ट के लिए हथियार और विस्फोटक मंगवाने का मास्टरमाइंड माना जाता है। उसे रायगढ़ में हथियार लैंड कराने, आरोपियों को ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजने और साजिश रचने का दोषी पाया गया था। दोसा को साल 2004 में यूएई से गिरफ्तार किया गया था।

2007 में 100 लोग दोषी ठहराए गए
2007 में 100 लोग दोषी ठहराए गए थे, जबकि 23 बरी किए गए थे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद याकूब मेमन को 2015 में फांसी की सजा दे दी, जबकि फिल्म अभिनेता संजय दत्त सहित 99 लोगों को जेल भेजा गया था। अवैध हथियार मामले में संजय दत्त अपनी सजा पूरी कर चुके हैं।

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