52 सैकेंड बाद जिंदा हुए 18 साल के युवक ने बताया माैत के बाद का ये सच!

Friday, May 06, 2016 - 06:56 PM (IST)

नई दिल्ली: आपने कई बार लोगों को बातें करते सुना होगा कि मरने के बाद इंसान स्वर्ग में या नर्क में जाता है। जिन लोगों ने अच्छे कर्म किए होते है, वे राजा की तरह रहते है, जबकि बुरे कर्म करने वालों को नर्क में बेहद पीड़ा से गुजरना पड़ता है। इनमें से कई लोगों का दावा है कि मरने के बाद इंसान अपने प्रियजनों से मिलता है। इन बातों में कितनी सच्चाई है। इस बारे में कोई भी नहीं बता सकता। 

5 प्रतिशत थी बचने की उम्मीद
लेकिन एक शख्स ऐसा है, जिसने इन तथ्यों के सही होने का दावा किया है। मरने के 52 सैंकेंड बाद जिंदा हुए 18 साल के युवक का कहना है कि जब सड़क दुर्घटना में उसका शरीर 12 पहियों की गाड़ी के नीचे बुरी तरह से कुचला गया था, तो उसने अपने शरीर का आधा हिस्सा खो दिया था। 5 प्रतिशत बचने की उम्मीद के चलते उसे अस्पताल में 8 सर्जरी से गुजरना पड़ा था। बावजूद इसके वह मौत को टाल ना सका।

बार-बार बुला रही थी 
दादी, फिर कोमा में चला गया
उसने दावा किया कि मौत के बाद उसे सबकुछ सफेद और काला नजर आ रहा था कि तभी उसने अपनी दादी को देखा, जोकि उसे बार-बार बुला रही थी। वह उन्हें जवाब देने की हालत में नहीं था, लेकिन फिर भी उसने जोर से उन्हें आवाज देने की कोशिश की। ये वो पल था, जब उसने मुंह से दोबारा सांस ली और उसके शरीर में फिर से जान आ गई। उसने देखा कि उसकी दादी मुस्कुरा रही है। फिर उसे अहसास हुआ कि वह ऑप्रेशन टेबल पर है। कुछ देर नार्मल होने के बाद उसके लंग्स ने काम करना बंद कर दिया और वह कोमा में चला गया। 

सामने आया बचपन से जवानी का सफर
उसने देखा कि उसकी दादी उसे धकेलने की कोशिश कर रही है, ताकि वह फिर से जिंदा हो सके। इस दौरान उसे जन्म से लेकर अपने 18 साल तक के सफर का हर वो पल याद आया, जिसमें स्कूल जाने से लेकर एक्सीडेंट तक सब उसकी आंखों के सामने था। इन 2 सैंकेडों में मेरे शरीर ने तो मेरा साथ छोड़ दिया था, लेकिन अपनी जिंदगी के उन पलों को दोबारा से देखना मेरे लिए बेहद दुख भरा था। इस दौरान उसने देखा कि वह और उसकी दादी प्ले ग्राउंड में खेल रहे है। तभी उसकी दादी ने उसे दोबारा से इतनी जोर से हिलाया, जैसे कोई इंसान एकदम से हड़बड़ाहट में जागता है। 

जीता मौत से जंग
ये वो पल था, जब वह कोमा से वापस आ गया। उसकी टांगों ने काम करना शुरु कर दिया और अस्पताल में डॉक्टरों की मदद से 22वें दिन वह चलने-फिरने लगा। वह अस्पताल में करीब 36 दिन रहा, परंतु जिंदगी और मौत के बीच की उसकी जंग किसी चमत्कार से कम नहीं रही। क्योंकि इस युवक का मौत के बाद ये अनुभव हमें ये बतलाता है कि मरने के बाद आप अपनों से मिलते हो। जो आपसे बेहद प्यार करते हैं।

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