कोलकाता मेट्रो में आग लगने से 16 यात्री घायल, शीशे तोड़कर निकाला बाहर
Thursday, Dec 27, 2018 - 08:59 PM (IST)
नेशनल डेस्कः कोलकाता में गुरुवार शाम को मेट्रो कोच में आग लग जाने की वजह से यात्रियों में भारी आंतक फैल गया। आग लगने से कोच में धुंआ भर जाने की वजह से 16 यात्री बीमार हो गए। सभी घायलों को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में दाखिल कराया गया है। यह घटना रवींद्र सदन और मैदान स्टेशन के बीच हुई।
सूत्रों ने बताया कि मैदान स्टेशन से आगे बढ़ते ही दमखम जाने वाले मेट्रो के इंजन के बगल वाले कोच में आग लग गई और डिब्बे में धुंआं भरने लगा, जिससे यात्रियों में भारती आतंक फैल गया। आग की जानकारी मिलते ही ट्रेन को रोक दिया गया। उसके बाद शीशा तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया।
रेलवे प्रबंधन पर लगा आरोप
मेट्रो यात्रियों ने रेलवे प्रबंधन पर गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि आग लगने के बावजूद ट्रेन आगे बढ़ती रही। ट्रेन रुकने के बाद भी आधे घंटे से ज्यादा समय तक कोई सहायता के लिए नहीं पहुंचा। बाद में यात्रियों ने खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। इससे धुआं बाहर निकला। इस बीच, धुएं की वजह से दम घुटने का कारण कई यात्रियों की तबियत बिगड़ गई। ऐसे 16 बीमार यात्रियों में से छह को अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
Kolkata Metro: Incident of fire between Rabindra Sadan and Maidan 20 mins ago. The fire has been put off by our staff through water from fire hydrants. West Bengal Fire Service and Kolkata Police Disaster Management group attending.Passengers being evacuated. pic.twitter.com/I3J1gkWNsm
— ANI (@ANI) December 27, 2018
मेट्रो रेलवे की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी इंद्राणी बनर्जी ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही ट्रेन को फौरन रोक दिया गया और मेट्रो रेलवे के कर्मचारी आग बुझाने में जुट गए। उन्होंने बताया कि फायर ब्रिगेड और कोलकाता पुलिस के आपदा प्रबंधन विभाग को इसकी सूचना दी गई। कुछ देर बाद फायर ब्रिगेड के तीन गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गए।
शीशे तोड़कर निकाला गया बाहर
एक महिला यात्री ने बताया कि स्टेशन से ट्रेन आगे बढ़ते ही अचानक आग की लपटें नजर आईं और कोच में धुआं भरने लगा। धुएं के कारण लोगों को सांस लेने में भारी दिक्कत होने लगी। बार-बार फोन करने के बावजूद मेट्रो रेलवे के कर्मचारी सहायता के लिए नहीं पहुंचे। आधे घंटे से ज्यादा समय तक भीतर फंसे के बाद यात्रियों ने कोच की खिड़की के शीशे तोड़ दिए। उसके लोगों को बाहर निकाला गया।
इंद्राणी बनर्जी ने बताया कि यात्रियों के आरोप की जांच की जाएगी। लेकिन राहत की बात यह है कि किसी यात्री की जान को कोई नुकसान पहुंचा और सबको सुरक्षित निकाल लिया गया। बचाव कार्य में देरी के सवाल पर उनका कहना था कि पहले बाहर से आग बुझाई गई। उसके बाद ही यात्रियों को बाहर निकाला गया।