हिंसक हुआ सबरीमला विवाद, प्रदर्शनकारियों ने बंद कराई दुकानें, वामपंथी-BJP नेता भिड़े

Thursday, Jan 03, 2019 - 04:22 PM (IST)

तिरुवनंतपुरम: केरल के सबरीमला मंदिर में 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं के प्रवेश के विरोध में स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं का आंदोलन गुरुवार को और तेज हो गया तथा अब इसकी आंच पड़ोसी राज्य कर्नाटक में भी फैल चुकी है जहां लोग विरोध प्रदर्शन के अलावा वामपंथी पार्टी केे कार्यालयों को भी निशाना बना रहे हैं। दोनों राज्यों में वामपंथी तथा भाजपा के नेताओं के बीच हिंसक झड़पें होने की भी खबरें हैं। अयप्पा मंदिर में बुधवार को दो महिलाओं कनकदुर्गा (44) और बिंदू (42) के प्रवेश के विरोध में सबरीमला कर्म समिति (एसकेएस) के आह्वान पर दिनभर की हड़ताल के आह्वान के दौरान उत्तरी केरल में जनजीवन प्रभावित रहा। इस दौरान छिटपुट हिंसक घटनाएं होने की भी खबरें हैं। वहीं हिंसा पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सबरीमला विवाद पर भाजपा, आरएसएस पर हमला बोला और कहा उन्होंने जो हिंसा शुरू की है उससे सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के नाम पर हड़ताल करना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ हड़ताल करने जैसा है।

  • प्रदर्शनकारियों ने कोझिकोड, कसारगोड, कन्नूर, वायनाड, मालाप्पुरम तथा पलक्कड जिलों समेत मालाबार क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर सड़क जाम किया तथा पुलिस वाहनों एवं राज्य पथ परिवहन निगम की बसों समेत कई वाहनों पर पथराव भी किया।
  • बेंगलुरु से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्त्ताओं ने कर्नाटक के दक्षिण कन्नड जिले मेें बांतवाल शहर स्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के कार्यालय पर हमला कर तोड़-फोड़ की।
  • कर्नाटक केे ही मैसुरु में सबरीमला मंदिर के श्रद्धालुओं ने दो महिलाओं के प्रवेश के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वाम दल नीत केरल सरकार ने अयप्पा मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश की इजाजत देकर स्वामी अयप्पा के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए 2 जनवरी का दिन सबसे खराब बना दिया।
  • हड़ताल के दौरान हिंसक प्रदर्शन हुए तथा राज्य में कई स्थानों पर भाजपा तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पर्टी (माकपा) कार्यकर्त्ताओं के बीच झड़पें भी हुई।
  • झड़प में शामिल लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्च भी करना पड़ा।
  • एसकेएस समर्थकों ने राज्य सचिवालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया तथा दुकानों तथा निजी कार्यालयों को जबरन बंद कराया।
  • इस बीच, हड़ताल समर्थकों ने सुबह कुछ मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया।
  • पंडालम में पथराव की घटना में घायल एक श्रद्धालु की बुधवार की रात मौत हो जाने के विरोध में गुरुवार को हड़ताल समर्थक पुलिसकर्मियों से भिड़ गए।​​​​​​​


गौरतलब है कि रजस्वला आयु वर्ग की दो महिलाओं कनकदुर्गा (44 वर्ष) और बिंदू (42 वर्ष) ने हिन्दूवादी संगठनों की तमाम धमकियों की परवाह न करते हुए बुधवार तड़के भगवान अयप्पा के सबरीमला मंदिर में प्रवेश कर सदियों पुरानी परंपरा तोड़ दी। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल सितंबर में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 10 वर्ष से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी।

Seema Sharma

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