बेटे की चाहत में हुई 12 बेटियां, अब करवाएंगे नसबंदी

Friday, Mar 08, 2019 - 08:17 PM (IST)

बड़वानी: मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा विकासखंड क्षेत्र के चाचरिया में एक महिला को पुत्र की चाहत में 12वीं पुत्री होने के बाद दी गई समझाइश के उपरांत आदिवासी दंपत्ति ने अब परिवार नियोजन करने का फैसला कर लिया है। सेंधवा के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ जे पी पंडित ने बताया कि चाचरिया के समीप रामकोला की रालिया बाई को गुरुवार को चाचरिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 12 वीं संतान हुई। उन्होंने बताया कि यह संतान भी पिछली 11 संतानों की तरह पुत्री थी। उन्होंने बताया कि आज दंपति को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से दी गई समझाइश के बाद वह परिवार नियोजन का एलटीटी ऑपरेशन कराने को तैयार हो गए हैं।

यह पूछे जाने पर कि विभाग इस तरह की घटनाओं को हतोत्साहित करने के लिए किस प्रकार के कदम उठाता है, तो डॉक्टर पंडित ने कहा कि शासकीय अस्पतालों में डिलीवरी के उपरांत पीपीआईयूसी उपकरण लगाकर कुछ वर्ष के लिए संतान न होने की प्रक्रिया अपनाई जाती है। अधिकार दंपति इसके लिए तैयार भी हो जाते हैं। अपने चिकित्सकीय निरीक्षण में महिला की डिलीवरी कराने वाले चाचरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ धीरज बामनिया ने बताया कि महिला की समस्त डिलीवरी नॉर्मल हुई है और इसके पूर्व 11 डिलीवरी घर पर संपादित की गई थी।

उन्होंने कहा कि वे शुक्रवार को परिवार नियोजन संबंधी ऑपरेशन के लिए मना कर चुके थे और 2.75 किलोग्राम वजनी नवजात के साथ अपने घर चले गए थे। किंतु अब वे पुत्र और पुत्री में अंतर नहीं होने की समझाइश के बाद ऑपरेशन के लिए तैयार हैं। महिला के पति भुरला ने बताया कि 25 वर्ष पूर्व हुई शादी के उपरांत पुत्र की चाहत में 12 पुत्रियां हो गई और अब वह आगे संतानोत्पत्ति नहीं करेंगे। 

shukdev

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