B''day special-पंडित नेहरू से जुड़ी 10 अनसुनी बातें, जो शायद नहीं जानते होंगे आप

Tuesday, Nov 14, 2017 - 02:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देशभर में आज भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती मनाई जा रही है। इस दिन को बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। नेहरू को बच्चों से काफी लगाव था। बच्चे भी उनको प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। नेहरू  स्वतन्त्रता के पूर्व और पश्चात् की भारतीय राजनीति में केन्द्रीय व्यक्तित्व थे। महात्मा गांधी के संरक्षण में, वे भारतीय स्वतन्त्रता आंदोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे और उन्होंने 1947 में भारत के एक स्वतन्त्र राष्ट्र के रूप में स्थापना से लेकर 1964 तक अपने निधन तक, भारत का शासन किया।

नेहरू का जन्म 14 नवम्बर 1889 को ब्रिटिश भारत में इलाहाबाद में हुआ। उनके पिता, मोतीलाल नेहरू एक धनी बैरिस्टर जो कश्मीरी पण्डित समुदाय से थे, उनकी माता स्वरूपरानी थुस्सू (1868-1938), जो लाहौर में बसे एक सुपरिचित कश्मीरी ब्राह्मण परिवार से थी, वे मोतीलाल की दूसरी पत्नी थी। नेहरू अपनी बहनों से बड़े थे। उनकी बड़ी बहन विजया लक्ष्मी संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली महिला अध्यक्ष बनी और सबसे छोटी बहन, कृष्णा हठीसिंग एक लेखिका थीं उन्होंने अपने भाई पर कई पुस्तकें लिखीं। 

नेहरू से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें
1. नेहरू लाल किले पर तिरंगा फहराने वाले पहले शख्स थे। सन् 1947 में भारत को आजादी मिलने पर जब भावी प्रधानमंत्री के लिए कांग्रेस में मतदान हुआ तो सरदार पटेल को सर्वाधिक मत मिले लेकिन महात्मा गांधी के कहने पर पटेल ने अपना नाम वापिस ले लिया। ऐसे नेहरू पहले पीएम बने।

2.नेहरू जी के कपड़े लंदन में धुलने के लिए जाते थे। उनके नाम पर जवाहरलाल नहेरू विश्वविद्यायल भी है।

3. कहा जाता है कि चंद्र शेखर आजाद ने रूस जाने  के लिए जवाहर लाल नेहरू से 1200 रुपए उधार लिए थे।

4.नेहरू ने कम से कम 20 साल तक सुभाष चंद्र बोस के परिवार पर जासूसी करवाई  थी। यह तक कि उन्होंने सरदार पटेल को अंधेरे में रखकर कश्मीर की धारा 370 तैयार करवाई थी।

5. नेहरू पर 4 बार जानलेवा हमला हुआ था। पहली बार 1947 में बंटवारे के दौरान उन पर हमला किया गया था।  इसके बाद 1955 में महाराष्ट्र में चाकू से उन पर हमला किया गया था। 1956 में बम से रेल की पटरी उडऩे की कोशिश भी नाकामयाब रही।

6. फरवरी 1950, में राजस्थान में नेहरू के स्वागत में हरी सब्जियों को सजाया गया था। जिसे देखकर नाराज हुए नेहरू ने उन सब्जियों को गरीबों में बंटवा दिया था। नेहरु एक बार लंदन जाने वाले थे। उनके नाई को आने में देरी हो गई तो उसने कहा कि मेरे पास घड़ी नहीं है इसलिए देर हुई। इसके बाद जब नेहरू लंदन से वापिस लौटे तो वहां से अपने नाई के लिए घड़ी लेकर आए।

7. गौ हत्या का विवाद आज से नहीं है बल्कि नेहरू के समय से चलता आ रहा है। एक बार संसद में गौ हत्या का प्रस्ताव रखा गया था।  जिस पर नेहरू ने कहा था कि अगर गौ हत्या का प्रस्ताव परित होता है तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।

8. 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन में नेहरू को बंबई में गिरफ्तार कर अहमदबाद जेल भेज दिया गया, तीन साल बाद 15 जून 1945 को रिहा कर दिया गया।

9. नेहरु अपने जीवन में 9 बार जेल गए। उन्होंने अपने जीवन में काफी विश्व भ्रमण भी किया, उन्हें आज भी अंतर्राष्ट्रीय नायक के रूप में जाना जाता है। 1945 में भारत रत्न से सम्मानित हुए नेहरू ने तटस्थ राष्ट्रों को संगठित कर उनका नेतृत्व किया था।

10. 1951, 1957 और 1962 के चुनावों में उन्होंने जीत हासिल की। उनके अंतिम वर्षों तक उनका राजनीतिक दबाव बना रहा।

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