भारत में हुए 10 ऐसे आतंकी हमले, जिससे दहल उठा पूरा देश

punjabkesari.in Thursday, Nov 26, 2015 - 10:26 PM (IST)

जालंधर: भारत की धरती पिछले कई सालों से आतंकियों के निशाने पर रही है आतंक के साए ने कई मासूम लोगों को अपना शिकार बनाया है। आतंकवाद से आज पूरी दुनिया ही परेशान है लेकिन अब इससे निपटने का समय आ गया है, इसके खात्मे के लिए सभी को एकजुट होना होगा, ताकि आतंक और इसे बढ़ावा देने वालों का सर्वनाश किया जा सके।

 
भारत में हुए ऐसे दस आतंकी हमले जिसने छीन ली कई जिंदगिया 
 
1. मुंबई आतंकी हमला- 26/11
10 फिदायीन आतंकवादी समुद्र के रास्ते मुंबई आये और निर्दोष लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इन आतंकियों ने नरीमन हाउस, ताज होटल और ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल पर कब्ज़ा कर लिया था, साथ ही छत्रपति शिवजी टर्मिनस, लियोपोल्ड कैफ़े, कामा हॉस्पिटल और मेट्रो सिनेमा पर भी हमले किये। कमांडोज और आतंवादियों के बीच चली 4 दिन की मुठभेड़ में 9 आतंकी मारे गए और अजमल कसाब को जि़ंदा पकड़ लिया गया, ये भारत पर हुआ अब तक का सबसे घातक आतंकी हमला था जिसको अंजाम दिया था पाकिस्तान के संगठन लश्कर-ऐ-तैयबा ने इस हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद आज भी पाकिस्तान में स्वतंत्र घूम रहा है। 26/11 के मुंबई हमलों में 166 लोग मारे गए थे और 293 घायल हुए थे। 
 
2. मुंबई बम ब्लास्ट- 12 मार्च, 1993
मुंबई हमेशा से ही आतंकियों और गैंगस्टर्स के निशाने पर रही है। मार्च 1993 में मुंबई के अलग-अलग इलाकों पर सिलसिलेवार तरीके से बम ब्लास्ट्स हुए। इन हमलों के पीछे डी-कंपनी के दाऊद इब्राहिम का हाथ था। ये बम ब्लास्ट माहिम, जावेरी बाजार, प्लाजा सिनेमा, सेंचुरी बाजार, काठा बाजार, सी रॉक होटल, सहार एयरपोर्ट, एयर इंडिया बिल्डिंग, जुहू सेंटौर होटल, वर्ली, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और पासपोर्ट ऑफिस में हुए थे, तथ्यों से ये बात भी सामने आई कि इन हमलावरों की ट्रेनिंग पाकिस्तान में हुई थी, जिसमें आईएसआई और पाकिस्तान की कई खुफिया एजैंसिया शामिल थी। इन हमलों में 257 लोग मारे गए थे और 713 घायल हुए थे।
 
3. भारतीय संसद पर हमला- 13 दिसंबर, 2001
13 दिसंबर, 2011 को लश्कर-ए-तैयबा के 5 आतंकवादियों ने भारत की संसद भवन पर हमला किया था। इस हमले में ज़्यादा लोगों की जानें नहीं गयीं, लेकिन आतंकवादियों का संसद भवन तक पहुंचना ही बहुत बड़ी बात थी, इन आतंकवादियों ने जाली संसद भवन और गृह मंत्रालय के स्टीकर्स अपनी कार पर लगा कर सिक्योरिटी को पार किया, इस हमले के समय पार्लियामेंट में 100 से ज़्यादा मंत्री थे, जिसमें से मुख्यत: गृह मंत्री एल.के. आडवाणी और सुरक्षा राज्य मंत्री हरिन पाठक थे। इन हमलों में 6 पुलिसकर्मी और संसद के 3 अधिकारी मारे गए थे। 
 
4. दिल्ली सीरियल बम ब्लास्ट- 29 अक्टूबर, 2005
दिवाली से 2 दिन पहले देश की राजधानी, दिल्ली में 3 सीरियल बम ब्लास्ट हुए। 2 बम सरोजिनी नगर और पहाडग़ंज के मुख्य मार्किट में फटे और तीसरा ब्लास्ट गोविंदपुरी जा रही एक बस में हुआ था। ड्राइवर और कंडक्टर ने बस में एक लावारिस बैग पड़ा देखा और यात्रियों को बस से निकालना शुरू कर दिया। उनकी सूझबूझ की वजह से ज़्यादा लोगों को चोटें नहीं आयीं, लेकिन सरोजिनी नगर और पहाडग़ंज में धनतेरस की भीड़ थी जिसकी वजह से कई लोग दुर्घटनाग्रस्त हुए। ये हमले पाकिस्तानी संगठन इस्लामिक रेवोलुशनरी फ्रंट ने करवाये थे, 63 लोग इन हमलों में मारे गए और 210 घायल हुए थे।
 
5. बॉम्बे ट्रेन ब्लास्ट- 11 जुलाई, 2006
मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली मुंबई लोकल में 7 सीरियल ब्लास्ट्स हुए थे। 1993 के बाद ये मुंबई में सबसे बड़ा आतंकी हमला था। सारे बम फस्र्ट क्लास के डिब्बों में रखे हुए थे और माटुंगा रोड, माहिम, बांद्रा, खार रोड, जोगेश्वरी, भायंदर और बोरीवली जैसे भीड़भाड़ वाली जगह पर हुए थे। इन हमलों के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन का हाथ था। इन बम ब्लास्ट्स ने 210 लोगों की जानें लीं और 715 लोग घायल हुए थे। 
 
6. जयपुर ब्लास्ट- मई 31, 2008
जयपुर में 9 बम ब्लास्ट 15 मिनट के अंतराल में सिलसिलेवार तरीके से हुए थे। इस घटना ने पूरे देश को चौंका दिया था क्योंकि जयपुर जैसे शहर में ऐसा आतंकवादी हमला पहले कभी नहीं हुआ था, ये ब्लास्ट जयपुर के बड़ी चौपड़, छोटी चौपड़, मानक चौक पुलिस स्टेशन, जोहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार और कोतवाली इलाके में हुए थे, इस हमले में 63 लोग मारे गए थे और 210 लोग घायल हुए थे।
 
7. जम्मू-कश्मीर विधानसभा हमला- अक्टूबर 1, 2001
जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों ने 1 अक्टूबर, 2001 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला किया था। ये फिदायीन आतंकी सुसाइड बॉम्बर्स थे जिन्होंने एक कार में भी बम लगाया था। इन हमलों में 38 लोग और 3 आतंकवादी मारे गए थे।
 
8. अक्षरधाम मंदिर हमला- 24 सितम्बर, 2002
लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ऐ-मोहम्मद के 2 आतंकवादी, मुर्तजा हाफिज यासीन और अशरफ अली मोहम्मद फारूक अक्षरधाम मंदिर में ऑटोमैटिक हथियारों और हैंड ग्रेनेड के साथ दाखिल हो गए और मासूम लोगों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया, दोनों आतंकियों को रात तक कमांडोज ने मार गिराया। गौरतलब है कि ये हमला गुजरात दंगों का जवाब था। इस हमले में करीब 31 लोग मारे गए और 80 घायल हुए थे।
 
9. कोयंबटूर बम ब्लास्ट- फरवरी 14, 1998
इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन, अल-उम्माह, ने कोयंबटूर में 12 सीरियल बम ब्लास्ट किए थे। इन हमलों का मुख्य निशाना थे बीजेपी लीडर एल.के. आडवाणी जो उस समय कोयंबटूर में इलेक्शन मीटिंग के लिए आये थे, ये सारे ब्लास्ट प्रमुख हिन्दू इलाकों में हुए, जिनका लक्ष्य था साम्प्रदायिक अस्थिरता बढ़ाना था, इन हमलों में 60 लोग मारे गए और 200 से ज़्यादा घायल हुए थे।
 
10. असम बम ब्लास्ट- 30 अक्टूबर, 2008
इन हमलों में करीब 18 बम अलग-अलग इलाकों में फटे थे। इस तरह के सीरियल बम ब्लास्ट्स देश में पहले कभी नहीं हुए थे। इस हमले ने कई मासूम लोगों की जानें ले ली थीं। इन ब्लास्ट्स ने गुवाहाटी, बारपेटा रोड, बोंगाईगाओं और कोकराझार जैसे इलाकों को हिला कर रख दिया था। ये हमले उस समय हुए जब मार्किट लोगों से खचाखच भरा हुआ था। इस हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली। इस ब्लास्ट में करीब 81 लोग इस हमले में मारे गए और 470 घायल हुए थे। 

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