दुनिया की सबसे ऊंची पटेल की मूर्ति, जनिए इससे जुड़ी 10 खास बातें

Wednesday, Oct 31, 2018 - 12:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  आज भारत ने दुनियाभर में सबसे ऊंचे स्टैचू का गौरव हासिल कर लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के सम्मान में बनी 182 मीटर ऊंची ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ को देश को समर्पित किया। यह भारत के लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की एक भव्य प्रतिमा है। जानिए इस मूर्ति से जुड़ी 10 खास बातें:-

  • पीएम मोदी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री के तौर पर वर्ष 2009 में इस विराटतम प्रतिमा के निर्माण का संकल्प लिया था। इसे बनाने में करीब 44 महीने का वक्त लगा।
     
  • 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' अब तक विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा रही चीन के स्प्रिंग टेम्पल ऑफ बुद्ध से भी 29 मीटर ऊंची है। यह प्रतिमा न्यूयॉर्क स्थित 93 मीटर ऊंची स्टैचू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुना ऊंची है।
     
  • इस विराटतम प्रतिमा को बनाने में 800 स्थानीय और 200 चीन से आए कारीगरों ने काम किया।
     
  • इस मूर्ति से पटेल की सादगी भी झलकती है। सिलवटों वाला धोती-कुर्ता, बंडी और कंधे पर चादर उनकी पहचान थी। 
     
  • अत्याधुनिक तकनीक से बनी इस प्रतिमा पर भूकंप और बिजली का भी नहीं पड़ेगा असर। 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाला तूफ़ान भी इसको कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा। 
  • इस मूर्ति के निर्माण में 25,000 टन लोहे और 90,000 टन सीमेंट, 5700 मीट्रिक टन स्ट्रक्चरल स्टील और 18500 मीट्रिक टन रिएनफोर्समेंट बार्स का इस्तेमाल किया गया।
     
  • चार धातुओं से बनी इस प्रतिमा को जंग छू भी नहीं सकेगा। इसके निर्माण में 85 फीसद तांबा का उपयोग किया गया है।
     
  • 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' के पास दर्शकों के लिए 153 मीटर लंबी गैलरी बनाई गई है, जिसमें एक साथ 200 विजिटर आ सकते हैं। 
     
  • स्टैचू ऑफ यूनिटी के ऊपर जाने के लिए हाई स्पीड लिफ्ट भी होगी, जिससे एक समय में करीब 40 लोग गैलरी तक जा सकते हैं। यहां एक संग्रहालय में सरदार पटेल के जीवन से जुड़ी घटनाओं पर लाइट एंड साउंड शो भी होगा। 
     
  • स्टैचू ऑफ यूनिटी के ऊपरी हिस्से में 306 मीटर पैदल पथ को पूरी तरह मार्बल से तैयार किया गया है।

vasudha

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