ऑफ द रिकॉर्ड: हरियाणा में 10 और महाराष्ट्र में 20 प्रतिशत भाजपा विधायकों की कट सकती हैं टिकटें

Sunday, Sep 29, 2019 - 05:31 AM (IST)

नेशनल डेस्क: सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा महाराष्ट्र और हरियाणा में 20 प्रतिशत निवर्तमान विधायकों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। हरियाणा में 10 और महाराष्ट्र में 20 विधायक पार्टी उच्चकमान की नजरों में हैं जिनको टिकट नहीं मिलेगा। ऐसी चर्चा है कि भाजपा ने पिछले एक वर्ष के दौरान 3 आंतरिक सर्वेक्षण कराए थे जिनमें यह निष्कर्ष निकाला गया कि नए चेहरों को आगे लाने की जरूरत है। 

केन्द्र स्तर पर पार्टी नेतृत्व महसूस करता है कि 2014 में स्थिति विभिन्न थी क्योंकि भाजपा ने पहली बार इन राज्यों में अकेले चुनाव लड़ा था। तब पार्टी को काफी समझौता करना पड़ा और उन नेताओं को भी टिकट दिया गया जिन्हें पार्टी देना नहीं चाहती थी। टिकट वितरण में पार्टी नेता दबाव में थे लेकिन अब समय बदल गया है और भाजपा खुद पार्टी में सफाई करना चाहती है। 

दूसरी बात यह है कि महाराष्ट्र में भाजपा के राज्य प्रभारी और पार्टी के महासचिव भूपिन्द्र यादव काफी सख्त स्वभाव के हैं। वह चाहेंगे कि भाजपा राज्य में उस प्रत्येक सीट पर जीत हासिल करे, जहां वह चुनाव लड़े। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी राज्य नेताओं को सख्ती से बता दिया है कि पार्टी को राज्य में 150 सीटों पर जीत हासिल करनी चाहिए। पार्टी के 162 सीटों पर चुनाव लडऩे की संभावना है। एक वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी ने कहा कि यद्यपि भाजपा के 144 सीटों पर चुनाव लडऩे की संभावना है, वह चाहती है कि छोटी पार्टियां अपने चिन्ह पर चुनाव लड़ें। अन्यथा वे बाहर जाने को स्वतंत्र हैं। 

यह भी महसूस किया गया है कि राजनीति के अलग क्षेत्रों में बड़ा काम करने वाले कुछ प्रमुख नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा जाए। यही समय है कि भाजपा राजनीति के अखाड़े में बाहर की प्रतिभा को साथ में मिलाना चाहती है। तीसरा कारण यह है कि भाजपा ने अन्य पाॢटयों से काफी संख्या में नेताओं को शामिल किया है और उनमें से कुछ को खपाना होगा और उन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट देकर उन लोगों को एक संकेत भेजना है जोकि पार्टी में शामिल होने के इंतजार में हैं।

अगर सूत्रों पर विश्वास किया जाए तो महाराष्ट्र में कम से कम 20 निवर्तमान विधायकों की टिकट कट सकती है। हरियाणा में अक्तूबर 2014 में पार्टी चुनाव चिन्ह पर चुनाव लडऩे वाले 47 विधायकों में से कम से कम 10 का पत्ता कट सकता है। महाराष्ट्र में विपक्ष पूरी तरह विखंडित है इसलिए भाजपा बड़े पैमाने पर नए चेहरों को मैदान में उतार सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेशी दौरे से लौटने के बाद 29 सितम्बर को भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी की जाएगी।

Pardeep

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