लुक को नया अंदाज देते कलर्ड लैंस

punjabkesari.in Thursday, Sep 24, 2015 - 05:00 PM (IST)

कई सालों से चश्मे लोगों की जरूरत रहे हैं, पर बदलते दौर में कॉन्टैक्ट लैंस का क्रेज चश्मों पर भारी पड़ रहा है। जिन लोगों की आईसाइट वीक है, उनके लिए कॉन्टैक्ट लैंस बहुत ही बेहतरीन ऑप्शन हैं। आप अपने आंखों के नम्बर के हिसाब से अपने कॉन्टैक्ट लैंस बनवा सकते हैं। कॉन्टैक्ट लैंस आंखों के साथ मूव होता है, इसलिए नैचुरल व्यू दिखता है, जिससे आप ज्यादा अच्छे तरीके से आसपास की चीजें देख सकते हैं। कलर्ड लैंस आपको दोहरा फायदा देते हैं- आपके लुक को निखारने के साथ ही रिफ्रैक्टिव त्रुटियों जैसे हाइपर मैट्रोपिया, मायोपिया, एस्टिग्मैटिज्म और प्रैस बायोपिया को भी ठीक करते हैं।

यूथ में है क्रेज नम्बर वाले लैंस के अलावा प्लेन में कलर्ड कॉन्टैक्ट लैंस का क्रेज यूथ में बढ़ा है। युवाओं ने इन कॉन्टैक्ट लैंस को फैशन की तरह ही अपनाया है। खासकर फ्रैशर्स कॉलेज में नए लुक के लिए आई कलर चेंज कर रहे हैं। इसके अलावा पार्टियों या फंक्शंस के दौरान अपने लुक को अलग अंदाज देने का यह अच्छा तरीका बन गया है। आमतौर पर यंगस्टर्स विभिन्न अवसरों पर अपनी ड्रैस से मैच करते कलर्ड लैंस का इस्तेमाल करते हैं। डॉक्टर्स बताते हैं कि आज कॉन्टैक्ट लैंस यूज करने वालों में 75-80 पर्सैंट युवा ही हैं। 

ट्रैंड में हैं कलर्स

यंगस्टर्स में ग्रीन, ब्लू, हेजल, ब्राऊन, ग्रे और टील कलर के कॉन्टैक्ट लैंस ट्रैंड में हैं।अगर आपका कॉम्प्लैक्शन फेयर है और आप पर पिंक लिप कलर सूट करता है तो ग्रे कॉन्टैक्ट लैंस आप पर बेहद फबेंगे। जिनका स्किन टोन हल्का है बिल्लौरी (पर्पल और हेजल कलर्स का ब्लैंड) रंग के कॉन्टैक्ट लैंस उनका लुक और भी कूल बना देंगे। ब्राऊन कलर सबसे नैचुरल लुकिंग लैंस है। जो लोग कलर्ड आइज से घबराते हैं, वे ब्राऊन कलर के लैंस से शुरूआत कर सकते हैं। अगर आपका फेयर से मीडियम स्किन टोन है और रेड लिपस्टिक सूट करती है तो ग्रीन लैंस आप पर सबसे ज्यादा अच्छे लगेगे। फेयर, मीडियम या डस्की जैसा भी आपका स्किन टौन हो, अगर आपको लगता है कि कोरल और ब्राऊन लिपस्टिक आप पर सबसे ज्यादा सूट करती है, तो हेजल कलर के लैंस आपको कॉम्प्लीमैंट करेंगे।

जेब पर कितने भारी 

कलर्ड कॉन्टैक्ट लैंस जेब पर भारी नहीं हैं और भीड़ में हटकर दिखने की चाहत ने  इनकी डिमांड बढ़ा दी है। पावर के बिना कलर्ड कॉन्टैक्ट लैंस की प्राइसरेंज एक से तीन हजार रुपए के आस-पास होती है और कस्टमाइज्ड पावर लैंसों के लिए यह सात सौ से लेकर सत्तर हजार रुपए तक होती है जोकि लैंस के प्रकार, पावर और अतिरिक्त मौजूद गुणों पर निर्भर करती है।  

साइड इफैक्ट्स 

कई लोंगो को शिकायत होती है कि उन्हें कॉन्टैक्ट लैंस पहनने पर खुजली महसूस होती हैं और आंखें भी लाल हो जाती हैं। इस समस्या का कारण है, ज्यादा देर तक कॉन्टैक्ट लैंस का पहना जाना। कॉन्टैक्ट लैंस पहनने के कई साइड इफैक्ट्स होते हैं, इसलिए इनकी सफाई का भी खास ध्यान रखना जरूरी है। लैंस की सफाई करने से उनमें पनप रहे बैक्टीरिया और जर्म नष्ट हो जाते हैं। अपने कॉन्टैक्ट लैंस किसी के साथ शेयर नहीं करने चाहिएं। इससे आंखों की नाजुक त्वचा प्रभावित होती है। 

जरूरी है केयर भी

रंगीन कॉन्टैक्ट लैंस चाहे उन्हें कॉस्मैटिक कारण के लिए इस्तेमाल किया जाए या फिर प्रौस्थेटिक कारणों के लिए, उनकी प्रॉपर केयर बहुत जरूरी है। अगर सही ढंग से कॉन्टैक्ट लैंस न पहने जाएं या उनकी फिटिंग सही न हो या फिर डॉक्टर द्वारा न निर्दिश किया गया हो तो ये लैंस परेशानी का सबब बन सकते हैं। कॉन्टैक्ट लैंस एक प्रकार का मैडिकल यंत्र होता है जोकि कोर्निया की फीजियोलॉजी को बदल सकता है। इसलिए उनका इस्तेमाल किसी आई सर्जन की देख-रेख में ही होना चाहिए।


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