जीवन में यूं होता है परेशानियों का अंत और सुखी जीवन का आरंभ

Wednesday, Jul 29, 2015 - 02:47 PM (IST)

* ‘विश्वास’ वह शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनिया में भी ‘प्रकाश’ किया जा सकता है। 
 
* चाहे लाख करो तुम पूजा और तीर्थ करो हजार मगर मां-बाप को ठुकराया तो सब कुछ है बेकार।
 
* गुस्से में बोला हुआ एक कठोर शब्द इतना जहरीला बन सकता है कि आपकी हजार प्यारी बातों को एक मिनट में नष्ट कर सकता है।
 
* क्रोध में कभी जवाब न दो, बहुत खुश हो तो कभी वायदा न करो, और...दुखी मन हो तो कोई फैसला न करो।
 
* जब किसी के नाम को बार-बार पुकारा जाता है तो उसे मुड़कर देखना ही पड़ता है कि कौन उसे बुला रहा है? उसी प्रकार जब ईश्वर के नाम का स्मरण निरंतर किया जाता है तो ईश्वर को उनकी पुकार सुननी ही पड़ती है।
 
* धैर्य हमेशा आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा।
 
* लगन आपको मंजिल तक अवश्य पहुंचाएगी।
 
* मूल्यवान है जिंदगी का हर लम्हा, इसे व्यतीत न करें बल्कि जी भर के जीएं।
 
* ‘परिवार’ से बड़ा कोई ‘धन’ नहीं। ‘पिता’ से बड़ा कोई ‘सलाहकार’ नहीं। ‘मां’ की छांव से बड़ी कोई ‘दुनिया’ नहीं। ‘भाई’ से अच्छा कोई ‘भागीदार’ नहीं। ‘बहन’ से बड़ा कोई ‘शुभचिंतक’ नहीं। ‘पत्नी’ से बड़ा कोई ‘दोस्त’ नहीं इसलिए ‘परिवार’ के बिना ‘जीवन’ नहीं।
 
* ईश्वर के हर फैसले पर खुश रहो क्योंकि ‘ईश्वर वह नहीं देता जो आपको अच्छा लगता है’ बल्कि ‘ईश्वर वह देता है जो आपके लिए अच्छा होता है।’
 

* तूफान में ताश का घर नहीं बनता...रोने से बिगड़ा मुकद्दर नहीं बनता...दुनिया को जीतने का हौसला रखो...एक हार से कोई फकीर...और एक जीत से कोई सिकंदर नहीं बनता। 

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