जीवन में किसी भी तरह के अभाव अथवा कमीयों से बचने के लिए पढ़ें, अष्टलक्ष्मी रहस्य

Thursday, Dec 24, 2015 - 10:59 AM (IST)

मां लक्ष्मी की कृपा से मनुष्य को धन-वैभव और सुख-सम्पदा की प्राप्ति होती है। मां लक्ष्मी के 8 अलग-अलग स्वरूप हैं जिन्हें अष्टलक्ष्मी कहा गया है। अष्टलक्ष्मी की आराधना से मनुष्य की सभी समस्याओं का नाश होता है और वह समृद्धि, धन, यश, ऐश्वर्य व सम्पन्नता प्राप्त करता है। जानिए लक्ष्मी जी के इन 8 रूपों अर्थात अष्टलक्ष्मी के रहस्य को-

1. धन लक्ष्मी : लक्ष्मी मां, धन लक्ष्मी के रूप में अपने भक्तों की आर्थिक समस्याओं और दरिद्रता का नाश कर उन्हें धन-दौलत से परिपूर्ण कर घर में बरकत देती हैं।

2. यश लक्ष्मी : यश लक्ष्मी या ऐश्वर्य लक्ष्मी रूप में लक्ष्मी जी की आराधना करने से मनुष्य को संसार में मान-सम्मान, यश, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। 

3. आयु लक्ष्मी : लम्बी आयु और रोग मुक्त जीवन यापन के लिए आयु लक्ष्मी के रूप में मां लक्ष्मी को पूजा जाता है। 

4. वाहन लक्ष्मी : वाहन की इच्छा रखने वाले मनुष्य के लिए वाहन लक्ष्मी की आराधना करना श्रेष्ठ होता है। 

5. स्थिर लक्ष्मी : स्थिर लक्ष्मी की आराधना करने से मां लक्ष्मी घर में अन्नपूर्णा रूप में स्थायी रूप में निवास करती हैं। 

6. सत्य लक्ष्मी : सत्य लक्ष्मी की कृपा से मनुष्य को घर की लक्ष्मी अर्थात मन के अनुकूल पत्नी की प्राप्ति होती है जो एक अच्छी मित्र, सलाहकार व जीवन संगिनी बनकर सदैव साथ देती है।

7. संतान लक्ष्मी : संतानहीन दम्पति द्वारा संतान लक्ष्मी की आराधना करने से संतान की प्राप्ति होती है और उसका वंश वृद्धि करता है। 

8. गृह लक्ष्मी : गृह लक्ष्मी के रूप में मां लक्ष्मी की आराधना करने से स्वयं के घर का सपना पूरा होता है। इसके अलावा घर संबंधी अन्य समस्याओं का हल भी शीघ्र ही हो जाता है। इस रूप में मां सम्पदा प्रदान करती हैं।

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