भारतीय सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहित करता है ‘महिंद्रा रूट्स फेस्टिवल’
punjabkesari.in Tuesday, Jan 31, 2023 - 04:13 PM (IST)
मुंबई, 31 जनवरी (भाषा) ‘महिंद्रा रूट्स फेस्टिवल’ का मकसद नाटक प्रस्तुति, लोक, शास्त्रीय, सूफी और समकालीन संगीत के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक विरासत के अनूठे और लुप्तप्राय: रूपों को पहचान दिलाना है।
यह तीन दिवसीय उत्सव 24 फरवरी से बांद्रा फोर्ट एम्फीथिएटर, रंग मंदिर और एंटी सोशल क्लब में आयोजित किया जाएगा।
महिंद्रा ग्रुप द्वारा आयोजित, बहु सांस्कृतिक उत्सव में अन्य प्रस्तुतियों के अलावा कई भारतीय भाषाओं में ‘इमर्सिव स्टोरीटेलिंग’, शास्त्रीय संगीत और कविता के सत्र, ''अभंग'' का मराठी भक्ति काव्य रूप और बंगाल की बाउल संगीत परंपरा भी प्रदर्शित की जाएगी।
महिंद्रा ग्रुप के उपाध्यक्ष जय शाह ने एक बयान में कहा कि भारत की संस्कृति विविधता का एक ऐसा रूप है जो समृद्ध इतिहास तथा विरासत से भरा है और कई कला रूपों, बोलियों व भाषाओं से ओत-प्रोत है।
उत्सव का समापन 26 फरवरी को होगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
यह तीन दिवसीय उत्सव 24 फरवरी से बांद्रा फोर्ट एम्फीथिएटर, रंग मंदिर और एंटी सोशल क्लब में आयोजित किया जाएगा।
महिंद्रा ग्रुप द्वारा आयोजित, बहु सांस्कृतिक उत्सव में अन्य प्रस्तुतियों के अलावा कई भारतीय भाषाओं में ‘इमर्सिव स्टोरीटेलिंग’, शास्त्रीय संगीत और कविता के सत्र, ''अभंग'' का मराठी भक्ति काव्य रूप और बंगाल की बाउल संगीत परंपरा भी प्रदर्शित की जाएगी।
महिंद्रा ग्रुप के उपाध्यक्ष जय शाह ने एक बयान में कहा कि भारत की संस्कृति विविधता का एक ऐसा रूप है जो समृद्ध इतिहास तथा विरासत से भरा है और कई कला रूपों, बोलियों व भाषाओं से ओत-प्रोत है।
उत्सव का समापन 26 फरवरी को होगा।
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