कारोबारी चक्र जल्द पूरा होने से समूह के लिए सतत पुनर्खोज बना चुनौती: कुमार मंगलम
Tuesday, Jan 24, 2023 - 08:38 PM (IST)
मुंबई, 24 जनवरी (भाषा) आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने मंगलवार को कहा कि प्रौद्योगिकी और उपभोक्ताओं की वरीयताओं में बदलाव आने से कारोबारी चक्र की अवधि छोटी होने लगी है जिससे समूह को लगातार अपने को नए रूप में लाने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
धातु से लेकर दूरसंचार क्षेत्र तक फैले 60 अरब डॉलर के कारोबार वाले औद्योगिक समूह के प्रमुख बिड़ला ने अपने नववर्ष संदेश में कहा कि कारोबार खड़ा करने का कोई भी शॉर्टकट नहीं होता है। इसके साथ ही उन्होंने कारोबार जगत में स्टार्टअप के विस्तार का भी उल्लेख किया।
बिड़ला ने कहा, ''''प्रौद्योगिकी में बदलाव और उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों के कारण कारोबारी उतार-चढ़ाव जल्दी-जल्दी आ रहे हैं। हमारे जैसे समूह के लिए लंबे समय में विकसित होने वाले विश्वास और स्थिरता को बनाए रखना एक चुनौती है। इसी के साथ हमें लगातार खुद को नए रूप में पेश भी करना होगा।''''
उन्होंने भविष्य के लिए निर्माण और पुनर्खोज के संबंध में अपनी बात समझाने के लिए लगभग तीन दशक पुरानी फिल्म ''टॉपगन'' के ताजा सीक्वल का उदाहरण भी दिया। पिछले साल आए इस सीक्वल ने प्रदर्शित होने के महीने भर में ही एक अरब डॉलर की कमाई कर ली थी।
बिड़ला ने कहा कि भारतीय कंपनियों से उनके भविष्य के बारे में मुश्किल सवाल पूछे जाएंगे। इस दौरान कंपनियों को अपनी ताकत के दम पर भावी उत्पाद योजना, उपभोक्ता प्रासंगिकता और युवा श्रमशक्ति के दम पर आगे बढ़ने की राह तलाशनी होगी। उन्होंने कहा कि समूह ने इन सवालों के संदर्भ में पिछले साल एक उद्देश्य वक्तव्य जारी किया था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
धातु से लेकर दूरसंचार क्षेत्र तक फैले 60 अरब डॉलर के कारोबार वाले औद्योगिक समूह के प्रमुख बिड़ला ने अपने नववर्ष संदेश में कहा कि कारोबार खड़ा करने का कोई भी शॉर्टकट नहीं होता है। इसके साथ ही उन्होंने कारोबार जगत में स्टार्टअप के विस्तार का भी उल्लेख किया।
बिड़ला ने कहा, ''''प्रौद्योगिकी में बदलाव और उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों के कारण कारोबारी उतार-चढ़ाव जल्दी-जल्दी आ रहे हैं। हमारे जैसे समूह के लिए लंबे समय में विकसित होने वाले विश्वास और स्थिरता को बनाए रखना एक चुनौती है। इसी के साथ हमें लगातार खुद को नए रूप में पेश भी करना होगा।''''
उन्होंने भविष्य के लिए निर्माण और पुनर्खोज के संबंध में अपनी बात समझाने के लिए लगभग तीन दशक पुरानी फिल्म ''टॉपगन'' के ताजा सीक्वल का उदाहरण भी दिया। पिछले साल आए इस सीक्वल ने प्रदर्शित होने के महीने भर में ही एक अरब डॉलर की कमाई कर ली थी।
बिड़ला ने कहा कि भारतीय कंपनियों से उनके भविष्य के बारे में मुश्किल सवाल पूछे जाएंगे। इस दौरान कंपनियों को अपनी ताकत के दम पर भावी उत्पाद योजना, उपभोक्ता प्रासंगिकता और युवा श्रमशक्ति के दम पर आगे बढ़ने की राह तलाशनी होगी। उन्होंने कहा कि समूह ने इन सवालों के संदर्भ में पिछले साल एक उद्देश्य वक्तव्य जारी किया था।
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