महाराष्ट्र पुलिस ने घर व नौकरी में संतुलन के लिए महिला कॉन्स्टेबलों के काम-काज के घंटे कम किए
Saturday, Sep 25, 2021 - 10:23 AM (IST)
मुंबई, 24 सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र पुलिस ने अपनी महिला कॉन्स्टेबलों के काम-काजी समय को 12 से घटाकर आठ घंटे कर दिया है ताकि उन्हें अपने पेशेवर और निजी जीवन में संतुलन बिठाने में मदद मिल सके। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय पांडेय ने इस पहल को लागू किए जाने की पु्ष्टि की है जिसका पहला प्रायोगिक कार्यान्वयन नागपुर, अमरावती और पुणे ग्रामीण में किया गया।
अधिकारी ने कहा कि यह पहल पिछले महीने तीन क्षेत्रों में प्रायोगिक तौर पर लागू किया गया और कुछ दिनों में अन्य शहरों और जिलों में भी प्रभावी होगा।
नागपुर पुलिस आयुक्त अमितेष कुमार ने 28 अगस्त से इस पहल को पहली बार लागू किया था। उन्होंने कहा कि यह कदम महिला कॉन्स्टेबलों को उनकी निजी एवं पेशेवर जिंदगियों में संतुलन बिठाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के घंटे कम होने के बाद, महिला कांस्टेबल अपने बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों को समय दे सकेंगी।
अमरावती शहर की पुलिस आयु्क्त आरती सिंह ने कहा, “हमने इस पहल के माध्यम से कुछ सकारात्मक परिणाम देखे हैं। महिला कांस्टेबल अपने पेशेवर कर्तव्यों को तनाव मुक्त तरीके से करने में सक्षम बनेंगी और अपने परिवार को भी अधिक समय दे सकती हैं।”
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि हालांकि ड्यूटी के घंटे घटाकर आठ घंटे कर दिए जाएंगे, लेकिन विभिन्न कार्यक्रमों या त्योहारों के दौरान बंदोबस्त जैसी असाधारण परिस्थितियां हो सकती हैं जिनमें ज्यादा वक्त तक काम करना पड़ सकता है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय पांडेय ने इस पहल को लागू किए जाने की पु्ष्टि की है जिसका पहला प्रायोगिक कार्यान्वयन नागपुर, अमरावती और पुणे ग्रामीण में किया गया।
अधिकारी ने कहा कि यह पहल पिछले महीने तीन क्षेत्रों में प्रायोगिक तौर पर लागू किया गया और कुछ दिनों में अन्य शहरों और जिलों में भी प्रभावी होगा।
नागपुर पुलिस आयुक्त अमितेष कुमार ने 28 अगस्त से इस पहल को पहली बार लागू किया था। उन्होंने कहा कि यह कदम महिला कॉन्स्टेबलों को उनकी निजी एवं पेशेवर जिंदगियों में संतुलन बिठाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के घंटे कम होने के बाद, महिला कांस्टेबल अपने बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों को समय दे सकेंगी।
अमरावती शहर की पुलिस आयु्क्त आरती सिंह ने कहा, “हमने इस पहल के माध्यम से कुछ सकारात्मक परिणाम देखे हैं। महिला कांस्टेबल अपने पेशेवर कर्तव्यों को तनाव मुक्त तरीके से करने में सक्षम बनेंगी और अपने परिवार को भी अधिक समय दे सकती हैं।”
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि हालांकि ड्यूटी के घंटे घटाकर आठ घंटे कर दिए जाएंगे, लेकिन विभिन्न कार्यक्रमों या त्योहारों के दौरान बंदोबस्त जैसी असाधारण परिस्थितियां हो सकती हैं जिनमें ज्यादा वक्त तक काम करना पड़ सकता है।
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