संवेदनशील विषय पर महिला किरदारों वाली फिल्म को गंभीर माना जाता है : कृति सेनन

punjabkesari.in Monday, Jul 26, 2021 - 04:40 PM (IST)

मुंबई, 26 जुलाई (भाषा) बॉलीवुड अभिनेत्री कृति सेनन के मुताबिक किसी संवेदनशील विषय पर महिला किरदारों को अहम भूमिका में रखकर बनाई जाने वाली फिल्मों के बारे में आम तौर पर ऐसी धारणा बना ली जाती है कि वे बेहद गंभीर होंगी, लेकिन उनकी आगामी फिल्म ‘मिमी’ पूरी तरह से इस धारणा को खारिज करती है। कृति की आगामी फिल्म ‘मिमी’ राजस्थान के एक छोटे शहर में रहने वाली एक ऐसी लड़की की कहानी है जो अभिनेत्री बनना चाहती है, लेकिन रुपयों के बदले एक विदेशी दंपत्ति के लिए सरोगेट मां बन जाती है। ‘मिमी’ एक कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है।

अभिनेत्री ने पीटीआई-भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘महिला किरदारों की प्रधानता वाली फिल्मों से आम तौर पर गंभीर होने की अपेक्षा की जाती है। मुझे नहीं पता कि ऐसा क्यों है, मैं यह समझ नहीं पाती। जब हम ‘मिमी’ बना रहे थे, तो हमें पता चला कि कई लोग हमारी फिल्म को लेकर क्या कह रहे हैं और फिल्म से किस तरह की उम्मीदें की जा रही हैं।’’ ‘मिमी’ 2011 में समृद्धि पोरे द्वारा निर्देशित मराठी फिल्म ‘मला आई व्हायचय’ पर आधारित है। मिमी का निर्देशन लक्ष्मण उटेकर ने किया है जबकि इसकी कहानी रोहन शंकर ने लिखी है। कृति और लक्ष्मण इससे पहले "लुका छुप्पी" में साथ काम कर चुके हैं। यह 30 जुलाई को जियो सिनेमा और नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। 30 वर्षीय कृति ने कहा, ‘‘किसी ने मुझसे कहा कि इस तरह की फिल्म के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म बेहतर रहेगा है। मुझे बाद में महसूस हुआ कि उन्हें लगा कि यह एक महिला प्रधान फिल्म है, इसलिए यह एक कलात्मक फिल्म होगी, फिल्म का विषय सरोगेसी (किराए की कोख) होने के कारण ऐसा माना जा रहा था कि यह एक गंभीर फिल्म होगी।’’ कृति ने कहा कि फिल्म के निर्माता दिनेश विजान ने उन्हें जब इसकी कहानी सुनाई, उन्हें उसी समय समझ आ गया था कि इस विषय पर एक बेहतर फिल्म बन सकती है। कृति ने कहा, ‘‘यह फिल्म मुझे ऐसे समय में मिली जब मैं एक भावपूर्ण किरदार निभाने के लिए तरस रही थी। मुझे लगा कि मैं फिल्म में अहम किरदार निभाने की यह जिम्मेदारी ले सकती हूं। मैं इस बात को लेकर बेहद खुश हूं कि कैसे इतना संवेदनशील, भावनात्मक विषय एक अत्यंत मनोरंजक कहानी बन गया जिसमें बहुत सारा हास्य है।’’ कृति ने कहा कि वह खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हैं कि उन्हें शानदार विषयों पर बनने वाली फिल्मों में काम करने का मौका मिल रहा है। अभिनेत्री ने कहा कि एक कलाकार के तौर पर वह हमेशा से ही नये-नये विषयों पर काम करना चाहती थीं। दिल्ली में जन्मीं कृति ने अपने हिंदी फिल्मी करियर की शुरुआत 2014 में आई फिल्म ‘हीरोपंती’ से की थी और तब से लेकर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। कृति ने कहा, ‘‘मेरी कोई फिल्मी पृष्ठभूमि नहीं रही है। मेरे पास किसी फिल्म स्कूल अथवा थिएटर प्रशिक्षण का अनुभव नहीं था। जब मैंने फिल्मी दुनिया में प्रवेश किया तो मैं यहां पूरी तरह से नयी थी। फिल्म के सेट पर कार्यशालाओं के जरिए मैंने बहुत कुछ सीखा है। मैं हमेशा ही कुछ नया सीखने और करने की कोशिश करती हूं। आपको अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए थोड़ा जोखिम तो उठाना ही पड़ता है।’’ कृति ने बॉलीवुड में अपने पदार्पण के बाद शाहरुख खान-काजोल अभिनीत ‘दिलवाले’ में भी काम किया। सुशांत सिंह राजपूत के साथ उन्होंने ‘राब्ता’ फिल्म में काम किया, लेकिन अश्विनी अय्यर तिवारी की कॉमेडी फिल्म ‘बरेली की बर्फी’ से उन्हें विशेष पहचान मिली। आशुतोष गोवारिकर की 2019 में रिलीज हुई फिल्म पानीपत हालांकि बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर सकी, लेकिन पार्वती बाई के रूप में कृति के रोल को लोगों ने बहुत पसंद किया। कृति ने कहा, ‘‘मैं अभी अपने करियर के उस मोड़ पर हूं, जहां मैं हमेशा नये-नये किरदार करने के लिए तरसती रहती हूं। जब आपकी कोई फिल्मी पृष्ठभूमि नहीं होती है और आप अपना करियर शुरू करते हैं, तो आपके करियर को रफ्तार पकड़ने में थोड़ा समय लगता है। शानदार पदार्पण होने के बावजूद आपको दूसरी फिल्म के लिए इंतजार करना पड़ता है। आपकी पहली फिल्म के आधार पर आपके काम को देखा जाता है।’’

‘मिमी’ में कृति के अलावा अभिनेता पंकज त्रिपाठी, साईं तम्हनकर, मनोज पाहवा और सुप्रिया पाठक भी अहम भूमिका में हैं।



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