कर्नाटक दो बांधों पर लगाएगा आरटीडीएएस ,महाराष्ट्र को होगा लाभ : पाटिल
punjabkesari.in Sunday, Jun 20, 2021 - 12:17 AM (IST)
मुंबई, 19 जून (भाषा) महाराष्ट्र के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने शनिवार को बताया कि कर्नाटक सरकार ने जल स्तर की निगरानी करने के लिए अलमाटी और नारायणपुर बांध पर रियल टाइम डाटा ऐक्विज़िशन सिस्टम (आरटीडीएएस) लगाने का फैसला किया है जिससे महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में वर्ष 2019 की तरह बाढ़ की दोबारा स्थिति उत्पन्न होने से बचने में मदद मिलेगी।
दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच जल विवाद का समाधान तलाशने के उद्देश्य से पाटिल ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और गृहमंत्री बासवराज बोम्मई के साथ बेंगलुरु में उच्च स्तरीय बैठक की थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में मानसून के समय अभूतपूर्व तरीके से हुई बारिश से महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली इलाके में भीषण बाढ़ आई थी जिसमें करीब 60 लोगों की मौत हो गई थी। महाराष्ट्र ने इसके लिए कर्नाटक सरकार को जिम्मेदार ठहराया था जिसने कथित तौर पर अलमाटी बांध से समय पर पानी कृष्णा नदी में नहीं छोड़ा था।
पाटिल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा , ‘‘महाराष्ट्र पहले ही कृष्णा नदी बेसिन में आरटीडीएएस प्रणाली लगा चुका है जिससे अधिकारियों को बारिश के दौरान जल स्तर की जानकारी मिलती है और उन्हें बांध से पानी छोड़ने के लिए फैसला लेने में आसानी होती है ताकि बाढ़ से बचा जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब इसी तरह की प्रणाली अलमाटी और नारायणपुर बांध (बसावा सागर) पर लगाने का फैसला किया गया है ताकि दोनों राज्यों के बीच बेहतर समन्वय हो सके।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
दोनों पड़ोसी राज्यों के बीच जल विवाद का समाधान तलाशने के उद्देश्य से पाटिल ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और गृहमंत्री बासवराज बोम्मई के साथ बेंगलुरु में उच्च स्तरीय बैठक की थी।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में मानसून के समय अभूतपूर्व तरीके से हुई बारिश से महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली इलाके में भीषण बाढ़ आई थी जिसमें करीब 60 लोगों की मौत हो गई थी। महाराष्ट्र ने इसके लिए कर्नाटक सरकार को जिम्मेदार ठहराया था जिसने कथित तौर पर अलमाटी बांध से समय पर पानी कृष्णा नदी में नहीं छोड़ा था।
पाटिल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा , ‘‘महाराष्ट्र पहले ही कृष्णा नदी बेसिन में आरटीडीएएस प्रणाली लगा चुका है जिससे अधिकारियों को बारिश के दौरान जल स्तर की जानकारी मिलती है और उन्हें बांध से पानी छोड़ने के लिए फैसला लेने में आसानी होती है ताकि बाढ़ से बचा जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब इसी तरह की प्रणाली अलमाटी और नारायणपुर बांध (बसावा सागर) पर लगाने का फैसला किया गया है ताकि दोनों राज्यों के बीच बेहतर समन्वय हो सके।’’
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