पुणे की एक कंपनी ने कोविड रोगियों की मदद के लिये ऑक्सीजन सांद्रक का डिजाइन तैयार किया
punjabkesari.in Thursday, Jun 10, 2021 - 04:20 PM (IST)
मुंबई, 10 जून (भाषा) कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में ऑक्सीजन आपूर्ति की मांग में वृद्धि के बीच पुणे में स्थित एक इंजीनियरिंग कंपनी ने भारतीय पर्यावरण के अनुकूल एक ऑक्सीजन सांद्रक का डिजाइन विकसित किया है।
फिलहाल कोरोना वायरस रोगियों के परिवारों द्वारा घर में लगाने के लिये किराए पर लिये जा रहे या खरीदे जा रहे अधिकतर ऑक्सीजन सांद्रक विदेशी कंपनियों द्वारा निर्मित हैं। सरकार ने जीवन रक्षा में इनके महत्व को देखते हुए इन पर से कर माफ कर दिया है।
अनश्वर टेक्नोलॉजीज़ के निदेशक करण तारड़े ने कहा कि 1970 के दशक में खोजे गए ऑक्सीजन सांद्रक वायु में मौजूद परिवेशी ऑक्सीजन को केन्द्रित करके सांस लेने में रोगी की मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी ने 15 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सीजन सांद्रक का डिजाइन तैयार किया है और 20 लीटर प्रति मिनट वाले पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा, ''''हमने डॉक्टरों और उपकरण विशेषज्ञों से मुलाकात कर इसकी शुरुआत की। हमारी कंपनी के इंजीनियरों को इंटरनेट पर ''ऑक्सीकिट'' नामक ओपन सोर्स डिजाइन के बारे में पता चला, जिसका ऑक्सीजन उत्पादन स्तर अच्छा था, लेकिन परीक्षणों में पता चला कि यह डिजाइन भारतीय पर्यावरणीय हालात और उच्च आर्द्रता के अनुकूल नहीं है।''''
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
फिलहाल कोरोना वायरस रोगियों के परिवारों द्वारा घर में लगाने के लिये किराए पर लिये जा रहे या खरीदे जा रहे अधिकतर ऑक्सीजन सांद्रक विदेशी कंपनियों द्वारा निर्मित हैं। सरकार ने जीवन रक्षा में इनके महत्व को देखते हुए इन पर से कर माफ कर दिया है।
अनश्वर टेक्नोलॉजीज़ के निदेशक करण तारड़े ने कहा कि 1970 के दशक में खोजे गए ऑक्सीजन सांद्रक वायु में मौजूद परिवेशी ऑक्सीजन को केन्द्रित करके सांस लेने में रोगी की मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी ने 15 लीटर प्रति मिनट क्षमता वाले ऑक्सीजन सांद्रक का डिजाइन तैयार किया है और 20 लीटर प्रति मिनट वाले पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा, ''''हमने डॉक्टरों और उपकरण विशेषज्ञों से मुलाकात कर इसकी शुरुआत की। हमारी कंपनी के इंजीनियरों को इंटरनेट पर ''ऑक्सीकिट'' नामक ओपन सोर्स डिजाइन के बारे में पता चला, जिसका ऑक्सीजन उत्पादन स्तर अच्छा था, लेकिन परीक्षणों में पता चला कि यह डिजाइन भारतीय पर्यावरणीय हालात और उच्च आर्द्रता के अनुकूल नहीं है।''''
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