वाटरशेड विकास परियोजनाओं के लिए नाबार्ड, बैंकों के पुनर्वित्तपोषण के लिए 5,000 करोड़ रुपये रेगा
Monday, Jul 13, 2020 - 10:17 PM (IST)
मुंबई, 13 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने सोमवार को बैंकों और वित्तीय संस्थानों को 5000 करोड़ रुपये का कर्ज उपलब्ध कराने की घोषणा की जिसका उपायोग वे जल संग्रहण क्षेत्र परियोजनाओं के लाभार्थियों को कर्ज सहायता उपलब्ध करेंगे। इससे 2,150 वाटरशेड विकास परियोजनाओं के लाभार्थियों की मदद होगी।
नाबार्ड ने प्राथमिक कृषि सहाकारी रिण समितियों (पीएसीएस) को बहु सेवा केंद्रों में बदलने के लिए 5,000 करोड़ रुपये के अतरिक्त वित्त पोषण का भी निर्णय लिया है।
नाबार्ड ने सोमवार को अपने 39 वें स्थापना दिवस के मौके पर पहला ''डिजिटल चौपाल'' आयोजित किया।
एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "इस पहल के कारण, ‘ दूसरे प्रेदशों से गांव वापस आए मजदूरों के इलाकों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह रियायती दर वाली सहायता वर्ष 2020-21 से वर्ष 2022-23 तक तीन वर्षों के लिए उपलब्ध होगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
नाबार्ड ने प्राथमिक कृषि सहाकारी रिण समितियों (पीएसीएस) को बहु सेवा केंद्रों में बदलने के लिए 5,000 करोड़ रुपये के अतरिक्त वित्त पोषण का भी निर्णय लिया है।
नाबार्ड ने सोमवार को अपने 39 वें स्थापना दिवस के मौके पर पहला ''डिजिटल चौपाल'' आयोजित किया।
एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "इस पहल के कारण, ‘ दूसरे प्रेदशों से गांव वापस आए मजदूरों के इलाकों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह रियायती दर वाली सहायता वर्ष 2020-21 से वर्ष 2022-23 तक तीन वर्षों के लिए उपलब्ध होगी।
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