कैब एग्रीगेटर कंपनी ने लॉकडाउन में अपने चार कर्मियों को बर्खास्त किया
punjabkesari.in Tuesday, Mar 31, 2020 - 10:27 PM (IST)
मुंबई, 31 मार्च (भाषा) कैब एग्रीगेटर कंपनी वाओ ने कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन के बीच अपने चार कर्मचारियों को वित्तीय परेशानियों का हवाला देते हुए नौकरी से निकाल दिया है।
यह कंपनी पूर्व क्रिकेटर कपिल देव द्वारा समर्थित है।
केंद्र और राज्य सरकारों ने कंपनियों से कहा था कि वे देश में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान न तो कर्मचारियों को नौकरी से निकालें और न ही उनका वेतन काटें।
वाओ ने पिछले साल कपिल देव सहित निवेशकों से कथित तौर पर डेढ़ करोड़ डॉलर का निवेश प्राप्त किया था। इसने दावा किया था कि इसके पास 15 हजार कैब पंजीकृत हैं।
हालांकि, वाओ ने छह दिन पहले अपने मुंबई कार्यालय से चार कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया जहां 45 कर्मचारी काम करते हैं।
हर्षद तिवारी और तीन अन्य कर्मचारियों को ईमेल के जरिए बर्खास्तगी की खबर मिली।
ईमेल में कहा गया, ‘‘हम आर्थिक कारणों की वजह से कंपनी का आकार छोटा कर रहे हैं...इसलिए आपकी छंटनी करने को विवश हैं।’’
कंपनी की मानव संसाधन प्रमुख मोनिका कुमार ने घटनाक्रम की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, जिसके कारण अनेक कर्मियों का वेतन फरवरी से लंबित है।’’
कुमार ने कहा कि वित्तीय स्थिति खराब होने के चलते कर्मचारियों से नौकरी छोड़ने को कहा जा रहा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
यह कंपनी पूर्व क्रिकेटर कपिल देव द्वारा समर्थित है।
केंद्र और राज्य सरकारों ने कंपनियों से कहा था कि वे देश में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान न तो कर्मचारियों को नौकरी से निकालें और न ही उनका वेतन काटें।
वाओ ने पिछले साल कपिल देव सहित निवेशकों से कथित तौर पर डेढ़ करोड़ डॉलर का निवेश प्राप्त किया था। इसने दावा किया था कि इसके पास 15 हजार कैब पंजीकृत हैं।
हालांकि, वाओ ने छह दिन पहले अपने मुंबई कार्यालय से चार कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया जहां 45 कर्मचारी काम करते हैं।
हर्षद तिवारी और तीन अन्य कर्मचारियों को ईमेल के जरिए बर्खास्तगी की खबर मिली।
ईमेल में कहा गया, ‘‘हम आर्थिक कारणों की वजह से कंपनी का आकार छोटा कर रहे हैं...इसलिए आपकी छंटनी करने को विवश हैं।’’
कंपनी की मानव संसाधन प्रमुख मोनिका कुमार ने घटनाक्रम की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, ‘‘हम कुछ वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, जिसके कारण अनेक कर्मियों का वेतन फरवरी से लंबित है।’’
कुमार ने कहा कि वित्तीय स्थिति खराब होने के चलते कर्मचारियों से नौकरी छोड़ने को कहा जा रहा है।
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