500 साल पुराना हैं मध्यप्रदेश का ये शनि मंदिर

Saturday, Dec 21, 2019 - 12:03 PM (IST)

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होशंगाबाद (गजेन्द्र राजपूत):
यूं तो आप में से बहुत से लोग प्रत्येक शनिवार को शनि महाराज के मंदिर में ज़रूर जाते होंगे। ताकि आपके सभी कष्ट क्लेश दूर हो सकें। तो आज हम आपको शनि भगवान के एक ऐसे ही अनूठे मंदिर से रू-ब-रू करवाने जा रहे हैं जहां जाने पर आपके सभी कष्ट हमेशा हमेशा केल लिए दूर हो जाएंगे। बताया जाता है है मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में एक ही चट्टान पर बना ये मंदिर यह अपने आप में अनूठा है। नर्मदा के सेठानी घाट से पास होली चौक से सत्संग भवन रोड पर स्थित ये शनि मंदिर है नगर का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान शनि विराजमान हैं। शनि देव की सभी मंदिरों की तरह यहां भी शनिवार को भक्तों की अधिक भीड़ देखने को मिलती है। खासतौर पर यहा शनि जयंती के दिन धूम देखने के मिलती है क्योंकि इस दिन यहां रात्रिभर कार्यक्रम चलता है।

बताया जाता है कि शनिचरा का यह प्राचीन महादेव शिव शनि मंदिर 8वीं सदी का है। उस समय आज की तरह ईंट और सीमंट का उपयोग नहीं किया जाता था। इसलिए बड़ी-बड़ी चट्टानों का उपयोग किया जाता था इस मंदिर का निर्माण एक चट्टान से किया गया है। इस बात की जानकारी बहुत ही कम लोगों को है। इसकी कलाकृति भी अपने आप में अनूठी है। विवेकानंद ने किया था तप इस मंदिर को लेकर एक बात और है इसके अंतगर्त परमार कालीन इस शिव शनि मंदिर में रामकृष्ण परमहंस और उनके शिष्य स्वामी विवेकानंद ने तप किया था। सेवक राजेंद्र गिरी गोस्वामी ने बताया मंदिर में भगवान शिव को नर्मदा जल में गाय का दूध मिलाकर अभिषेक किया जाता है। ऐसा बताया जाता है कि इस प्रकार अभिषेक करने और “ॐ नम: शिवाय” के जाप से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है।

ऐसे बना मंदिर चूंकि मंदिर परमार कालीन समय का है। इसलिए उस समय के निर्माण में वास्तुकला का बेजोड़ नमूना देखने को मिलता रहता है। समय के साथ इसमें बदलाव भी होते गए। इस मंदिर का गर्भग्रह ब्लैक स्टोन से बना है शिवलिंग मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग ब्लैक स्टोन से बना है। कभी-कभी व्यक्ति के जीवन में ऐसा भी समय आता है जब वह अपने आपको सर्वाधिक परेशान पाता है। कुंडली में शनि की साढ़ेसाती के वक्त भी व्यक्ति जीवन में इसी तरह के कठिनतम समय को भोगता है। साढ़ेसाती के दौरान व्यक्ति हर स्तर पर खुद को परेशान पाता है। कोई काम नहीं बनता। रुपयों की तंगी रहती है। ऐसे में यदि साढ़ेसाती कष्टकारी हो रही है तो व्यक्ति को शनि को शांत करने के उपाय करने चाहिए। हालांकि शनि के उपाय करने से पहले किसी विशेषज्ञ से यह अवश्य पता करा लें कि कुंडली में शनि की दशा, स्थान, भाव की स्थिति क्या है। कुछ उपाय जो साढ़ेसाती में जारी परेशानी से दिला सकते हैं।

Jyoti

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