कौमी एकता की मिसाल कायम करता सिवनी का दशहरा

Thursday, Oct 10, 2019 - 12:48 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सिवनी (अब्दुल क़ाबिज़ खान):
जैसे कि आप सब जानते ही होंगे कि पूरे भारत में दशहरा का पर्व बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। भारत के मध्यप्रदेश में भी हर साल दशहरा बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। यहां जिले स्तर पर इस महापर्व में जहां एक तरफ़ आयोजन समितियों को बड़ी जिम्मेदारी का सामना करना पड़ता है तो वहीं ये पर्व जिला प्रसाशन और पुलिस विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता। मगर अगर बात सिवनी की जाए तो यहां से कुछ तस्वीरें ऐसी आती है जो हर किसी इत्मीनान और सुकून प्रदान करती है।

अक्सर देखा जाता है कि दशहरा के दिन रावण दहन के कार्यक्रम आयोजकों और जिला प्रशासन के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस दिन बड़े-बड़े हादसे देखने को मिलते हैं। क्योंकि इस स्थल पर भारी मज़मा इकट्ठा होता है जिसके लिए कई दिन पहले से ही तैयारी शुरू हो जाती है।

मगर मध्यप्रदेश के सिवनी में आयोजित दशहरा का पर्व सबसे हटके होता है। बल्कि कहा जाता है यहां आयोजित दशहरे का पर्व देश के लिए एक मिसाल कायम करता है। तस्वीरों में आप खुद देख सकते हैं कि चल समारोह में पहंचें ग्रामीण अंचलों भक्तों के लिए मुस्लिम समाज के युवा रात भर सड़कों में नाश्ते और फलाहार का इंतज़ाम करते हैं जो आपसी सौहार्द के साथ-साथ कौमी एकता भी प्रदर्शित करता है।

सिवनी की सबसे खास बात ये है कि यहां रावण दहन का कार्यक्रम मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाले छेत्र के मैदान में किया जाता है। तस्वीरों में जिस मैदान में राधा-कृष्ण की झांकियां व हज़ारों की संख्या में लोग भक्ति में लीन हैं और फूलों की होली खेलते दिख रहे हैं ये सिवनी का शासकीय उर्दू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का प्रांगण है जहां बड़ी शांति पूर्ण तरीके से पूरे दशहरा पर्व के 9 दिनों तक अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वही दशमी के दिन रावण दहन का विशेष कार्यक्रम भी यही आयोजित किया जाता है। जिसका मंच संचालन तक राम दल समिति के आव्हान पर मुस्लिमों युवाओं द्वारा भी किया जाता आ रहा है। सिवनी के दशहरा पर्व में मुस्लिम वर्ग का बड़ा ही सराहनीय योगदान और सहयोग देखने को मिलता है। जिसकी खूबसूरत कुछ तस्वीरें वर्षों हिन्दू मुस्लिम गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल कायम कर रही है।

 

Jyoti

Advertising