‘शिव’ के ‘राज’ में खूब हो रही फसल की बर्बादी, लाखों क्विंटल चना हुआ बर्बाद
punjabkesari.in Friday, Jun 08, 2018 - 04:57 PM (IST)
मध्यप्रदेश: मप्र में एक ओर जहां शिवराज सरकार किसानों के लिए बेहतर काम करने का दम भर रही हो, लेकिन प्रदेश में किसानों के हालात किसी से छिपे नहीं हैं। प्रदेश में कहीं किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं, तो कहीं प्रशासन की लापरवाही से लाखों का नुकसान झेल रहे हैं। किसानों के प्रति शिवराज सरकार का क्या रुख है, इसका एक उदाहरण दमोह और हटा में देखने को मिला है। जहां सरकार और उसके अधिकारियों की लापरवाही के चलते किसानों के लाखों रुपये के चने और मेहनत पानी में बह गए। कृषि उपज मंडी में चने की ये बोरियां खुले में रखी गई थी। अधिकारियों ने न तो बोरियां शेल्टर में रखवाईं और न ही चने को बचाने के लिए कोई इंतजाम किया।
#MadhyaPradesh: Sacks of chickpea kept in the open at a procurement centre in #Damoh in-spite of rain. Official says, 'Not much damage has been caused, we used plastic to cover the sacks but due to strong winds it came off.' pic.twitter.com/elVgStcAwo
— ANI (@ANI) June 8, 2018
चना बारिश के पानी में भीग चुका है। बावजूद इसके अधिकारी अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है। अधिकारियों ने गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा कि चने भीगने से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। अपना बचाव करते हुए अधिकारियों ने कहा कि चने की बोरियों के ऊपर प्लास्टिक के तिरपाल डाले गए थे, लेकिन तेज हवाओं में तिरपाल उड़ गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही की वजह से चने भीगे हैं। अगर अधिकारियों ने बोरियों के ऊपर प्लास्टिक के तिरपाल डलवा दिए होते, तब भी बारिश की वजह से खुले में रखी बोरियां नीचे से गीली ही होती और इतना ज्यदा नुकसान न होता।