MP:नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे का निधन, 1996 में प्लेन क्रैश में बचे थे बाल-बाल

Friday, Oct 21, 2016 - 09:37 AM (IST)

भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता सत्यदेव कटारे का आज मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 61 वर्ष के थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार कटारे लंबे समय से बीमार थे। उनका इलाज मुंबई के हीरानंदानी हास्पिटल में चल रहा था जहां आज दोपहर दो बजे उन्होंने अंतिम सास ली। उनका पार्थिव शरीर आज लाया जाएगा। उनका जन्म 15 फरवरी 1955 में भिंड जिले की अटेर तहसील के मनेपुरा में हुआ था। वे अटेर से ही विधायक थे। स्व कटारे के परिवार में पत्नी मीरा देवी, दो पुत्र और एक पुत्री हैं।

1977 में ग्राम पंचायत के पंच के रूप में अपना राजनीतिक कॅरियर शुरू करने वाले कटारे 1985 में 8वीं विधानसभा के लिए पहली बार विधायक चुने गए और 1987 से 90 तक कांग्रेस विधायक दल के सचेतक रहे। फरवरी से दिसंबर 89 तक वे प्रदेश सरकार में परिवहन एवं जेल विभाग में उपमंत्री रहे। 1993 में वे दसवीं विधानसभा के सदस्य बने और दिसंबर 1993 में उन्हें गृह विभाग में राज्यमंत्री बनाया गया। 1995 से 1998 तक कटारे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे। वे 2003 में 12वीं और 2013 में 14वीं विधानसभा के विधायक बने। नौ जनवरी 2014 से वे विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। कटारे को 1995-96 में उत्कृष्ट मंत्री और 2008 में विधानसभा द्वारा उत्कृष्ट विधायक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

22 को होगा अंतिम संस्कार
सत्यदेव कटारे का अंतिम संस्कार 22 अक्तूबर को भिंड जिले में स्थित उनके गृह गांव मनेपुरा में किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कटारे की पार्थिव देह शुक्रवार को दोपहर एक बजे विशेष विमान से मुंबई से ग्वालियर लाई जाएगी। पार्थिव देह को ग्वालियर से भिंड जिला मुख्यालय और फिर अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव मनेपुरा ले जाया जाएगा। अंत्येष्टि शनिवार सुबह दस बजे की जाएगी। कटारे के निधन पर कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता अजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस के अन्य नेताओं ने शोक जताते हुए उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है। ये सभी नेता  कटारे की अंत्येष्टि के अवसर पर भी मौजूद रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने भी कटारे के निधन पर शोक जताया है।

CM शिवराज ट्वीट कर जताया दुख
सीएम शिवराज ने ट्वीट किया "मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के निधन का समाचार अत्यंत दुखदायी है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूँ"। वहीं एमपी के जनसंपर्क और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कटारे को ओजस्वी वक्ता और जनहित के मुद्दे उठाने वाले समर्पित नेता बताया। डॉ. मिश्रा ने कहा कि कटारे के निधन से उनका मन आहत है।

ऐसे थे सत्यदेव कटारे
15 फरवरी 1955 को मप्र के भिंड जिले के अटेर में जन्मे सत्यदेव कटारे लॉ पोस्ट ग्रेजुएट थे। राजनीति में उनका रुझान कालेज के दिनों से ही था और इसलिए उन्होंने सबसे पहले युवा कांग्रेस ज्वाइन किया। इसके बाद वो लगभग पांच साल तक मध्‍यप्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव रहे। 2014 में व्यापमं घोटाले में शिवराज सरकार को घेरने और उसको बैकफुट में लाने में सत्यदेव कटारे सफल रहे थे। शिवराज सिंह चौहान ने घोटाले की सीबीआई जांच भले ही 2015 में दी हो लेकिन कटारे ने साल भर पहले से ही सरकार को व्यापमं पर घेरना शुरू कर दिया था। कटारे ने व्यापमं घोटाले में शिवराज सिंह चौहान और उनके परिवार के शामिल होने का आरोप भी लगाया था जिसपर शिवराज ने सफाई दी थी और कहा था कि आरोप सही साबित होने पर वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

1996 में मौत के मुंह से बचकर आए थे कटारे
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे वर्ष 1996 में बाल-बाल बचे थे। बात उस समय की है, जब यह गृह मंत्री थे। इनके विधानसभा क्षेत्र अटेर में चंबल किनारे के गांव बाढ़ से डूब गए थे। प्रशासन मदद में जुटा था। कटारे भी हेलीकॉप्टर से आए और बाढ़ग्रस्त गांवों में लोगों तक खाना के पैकेट पहुंचाए। वे अटेर से वापस भोपाल लौट रहे थे। रास्ते में गुना जिले की सीमा में इनका हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। गनीमत यह रही कि इस हादसे में कटारे बाल-बाल बच गए थे।

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