हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल का निधन, लंबी बीमारी से जूझ रहीं थी उर्मिला सिंह
punjabkesari.in Wednesday, May 30, 2018 - 03:04 PM (IST)

सिवनी : कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल उर्मिला सिंह का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार शाम इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह 72 वर्ष की थीं। उर्मिला का अंतिम संस्कार बुधवार दोपहर चार बजे उनके पैतृक ग्राम घूरवाड़ा (लखनादौन सिवनी) में किया जाएगा। सिवनी जिला कांग्रेस के प्रभारी प्रवक्ता जेपीएस तिवारी ने बताया कि उर्मिला सिंह गत 28 दिसंबर 2017 को ब्रेन हेमरेज हो गया था, जिसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती थीं।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल उर्मिला सिंह के निधन पर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि, ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में हौसला प्रदान करें।
उर्मिला से जुड़ी खास बातें
- उर्मिला सिंह का जन्म रायपुर के फिंगेश्वर गांव में 6 अगस्त 1946 को हुआ था।
- उर्मिला ने चण्डीगढ़ से बीए और एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की।
- उर्मिला सिंह का विवाह छत्तीसगढ़ के राजकुमार बिरेन्द्र बहादुर सिंह से हुआ था।
- बिरेन्द्र कुमार कांग्रेस पार्टी के सदस्य बने और अपने परिवार की पुरानी सीट से चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य बने। कुछ सालों बाद बिरेन्द्र बहादुर का अचानक निधन हो जाने के कारण उर्मिला सिंह ने सियासत की ओर रूख किया था।
- पहली बार उर्मिला सिंह ने मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के घंसौर से विधानसभा चुनाव लड़ा।
- 1985, 1993, 1998 में चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश विधानसभा की सदस्य बनीं। इससे पहले उन्होंने 1996 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी।
- 1993 की राज्य सरकार में फाईनेंस एंड डेयरी डेवलपमेंट मंत्री बनीं।
- 1996 में उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
- साल 1998 में राज्य में कांग्रेस की सरकार में उर्मिला सिंह सोशल वेलफेयर एंड ट्राईवल वेलफेयर विभाग की मंत्री बनीं।
- इसके बाद उर्मिला सिंह को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था। उनके पुत्र योगेंद्र सिंह वर्तमान में लखनादौन विधानसभा से विधायक हैं।