ठेला लगाने वाले के बेटे ने रचा इतिहास, 20 साल में ही बनने चला पायलट

Saturday, Aug 01, 2015 - 04:16 PM (IST)

भोपाल: ठेला लगाने वाले के बेटे ने आज पूरी दुनिया में इतिहास रच दिया। 20 साल के रवि कनाबर को भारत के यंगेस्ट पैरामोटरिंग पायलट का लाइसेंस मिला है। इतनी कम उम्र में पायलट का लाइसेंस मिलने पर उन्हें वल्र्ड रिकॉड्र्स इंडिया में भी स्थान मिला है। इस उपलब्धि को पाने वाले वे पहले भारतीय हैं। उन्हें फेडरेशन एयरोनॉटिक इंटरनेशनल स्विट्जरलैंड ने यह लाइसेंस दिया है।

इसके आधार पर उन्हें पैरामोटरिंग में वल्र्ड एयर गेम्स दुबई में भारत को री-प्रेज़ेंट करने का मौका मिलेगा। इसके लिए रवि ने तेजी से तैयारी भी शुरू कर दी है। रवि के पापा बिस्किट और टोस्ट का ठेला लगाते हैं। रवि कमर्शियल पायलट बनकर उनके जीवन स्तर को सुधारना और सपनों को सच करना चाहते हैं।

रवि ने बताया कि ‘पेरेंट्स के प्रेशर के चलते बारहवीं क्लास में 91 परसेंट माक्र्स के आधार पर जूनागढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया था। कुछ समय बाद पायलट बनने की चाहत भोपाल ले आई। एविएशन एकेडमी धाना में कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग ली। इसके लिए लगभग 25 लाख का एजुकेशनल लोन लिया। इसके साथ ही बिलिंग पैराग्लाइडिंग की ट्रेनिंग एसोसिएशन कांगड़ा हिमाचल प्रदेश से लिया।’

रवि के पैरामोटरिंग कोच अतुल सक्सेना ने बताया कि वह तीन साल से घर नहीं गया। धाना में कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग में शेषना 152, 172 पर ट्रेनिंग करता है और भोजपुर के पास पैरामोटरिंग की ट्रेनिंग भी सुबह शाम करता है। इसी जुनून और मेहनत ने उसे भारत का यंगेस्ट पैरामोटरिंग पायलट बना दिया। 

Advertising