ठुकराया जीजा का लव प्रपोजल, ...तो 550 KM बाइक चलाकर आया एसिड फेंकने

Tuesday, Jun 21, 2016 - 09:13 AM (IST)

भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की अरेरा काॅलोनी में शनिवार को दिनदहाड़े लेक्चरर शैलजा नामदेव पर बाइक सवारों ने एसिड डाल दिया। इस अटैक से लेक्चरर बुरी तरह झुलस गई है। वहीं इस मामले में अब नया मोड़ आया है। एसिड अटैक का मुख्य आरोपी उनका नजदीकी रिश्तेदार ही निकला। आरोपी शैलजा के जीजा का बड़ा भाई 34 वर्षीय त्रिलोकचंद नामदेव है। करीब 550 किमी दूर राजनांदगांव के डोंगरगढ़ से वह अपने दोस्त के साथ बाइक से भोपाल आया था। वह अपना जन्मदिन शैलजा के साथ सेलिब्रेट करना चाहता था।

सोमवार को त्रिलोकचंद और उसके इस अपराध में सहयोगी बने दोस्त को कुमारी शालू सिरोही की कोर्ट में पेश किया गया। दोनों आरोपियों को कोर्ट ने पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। हालांकि पुलिस ने 10 दिन की रिमांड मांगी थी। पुलिस ने तर्क दिया कि आरोपियों से अभी कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई जानी हैं व मोटरसाइकिल और कपड़े जब्त करने हैं, यह पता लगाना है कि वे एसिड कहां से खरीदकर लाए थे? एसिड अटैक के आरोपी त्रिलोक का 22 जून को जन्मदिन है, जबकि शैलजा का 21 जून को।

त्रिलोक चाहता था कि दोनों एक साथ बर्थडे सेलिब्रेट करें। शैलजा इसके लिए तैयार नहीं थी। उसने कहा कि वह सिवनी जा रही है। वही, जन्मदिन मनाएगी। मिलने की कोशिश भी मत करना। शैलजा का यह रवैया त्रिलोक को पंसद नहीं आया और उसने इसका बदला लेने के लिए करीब 550 किमी दूर राजनांदगांव के डोंगरगढ़ से वह अपने दोस्त के साथ बाइक से भोपाल आया और लेक्चरर पर एसिड अटैक कर दिया। हालांकि त्रिलोक ने सोचा तक नहीं था कि कोई उसे पकड़ भी पाएगा लेकिन पुलिस उस तक पहुंच ही गई।

दरअसल घटना से पहले त्रिलोक ने शैलजा से बात की थी। लोकेशन उसके घर के आसपास थी। जब अस्पताल में शैलजा सामान्य हुई तो पुलिस ने उक्त नंबर के संबंध में फिर पूछा। तब शैलजा ने पुलिस को बताया कि त्रिलोकचंद उसे धमका रहा था कि तू मेरी नहीं होगी तो किसी और की भी नहीं हो सकती। शैलजा के घरवालों ने बताया कि पिछले साल जून में शैलजा की चचेरी बहन की शादी त्रिलोक के छोटे भाई गोपी नामदेव से हुई थी। दोनों की पहली मुलाकात तभी हुई। धीरे-धीरे दोस्ती हो गई। मोबाइल पर बातें होने लगी। वह हर माह शैलजा से मिलने भोपाल आने लगा। अपना असर डालने के लिए वह उसे मंहगे गिफ्ट भी देता। वह अपनी पत्नी को तलाक देकर शैलजा से शादी करना चाहता था लेकिन शैलजा तैयार नहीं थी।

त्रिलोक के 9 साल की बेटी और 6 साल का बेटा है। त्रिलोक ने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार को ही भोपाल आ गया था और रास्ते में उसने बुर्का और एसिड खरीदा था। उसने शैलजा को फोन करके बहाने से पूछा कहां हो, आज कॉलेज नहीं जाना तो उसने बताया कि बस निकलने लगी हूं। शैलजा के घर से बाहर निकलते ही त्रिलोक ने उसे पता पूछने के बहाने रोका और उस पर एसिड अटैक कर दिया।

वहीं शैलजा के पिता का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है क्योंकि शैलजा ने कभी भी त्रिलोक द्वारा दिए प्रेम प्रस्ताव के बारे में कभी कुच बताया भी नहीं था। फिलहाल पुलिस पहरे में नर्मदा ट्रॉमा सेंटर में भर्ती एसिड अटैक पीड़िता शैलजा का इलाज चल रहा है और उससे मिलने की किसी को भी इजाजत नहीं है।

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