चुनाव कमिशन और शिक्षा विभाग के आदेशों में बुरे फंसे बी.एल.ओ. अध्यापक
Friday, Sep 17, 2021 - 04:49 PM (IST)
लुधियाना, (विक्की) : भारत के चुनाव आयोग ने पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 की तैयारियाँ शुरू कर दीं हैं और चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार विभिन्न पोलिंग केन्द्रों के लिए तैनात किए गए बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओ) को घर घर जा कर 1 जनवरी के आधार पर नयी वोट बनाने पर चुनाव आयोग द्वारा ओर सौंपे गए काम माने समय अनुसार पूरा करने के दिशा-निर्देश डिप्टी कमिशनर कम ज़िला चुनाव अधिकारियों द्वारा जारी किए जा रहे हैं। ज़िला शिक्षा अधिकारी सेकंडरी द्वारा स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं कि अध्यापकों को सम्बन्ध में ड्यूटी स्थान पर उपस्थित होने के लिए पाबंद किया जाए और साथ ही शिक्षा विभाग के 18 अगस्त के पत्र के दिशा-निर्देशों का पालन ज़िक्र किया गया है।
दूसरी ओर सेक्रेटरी एजुकेशन 18 अगस्त को पंजाब राज्य के सभी ज़िला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर लिख दिया गया है कि बी एल ओ की ड्यूटियों पर तैनात अध्यापक चुनाव के सम्बन्ध में अपना काम स्कूल समय के उपरान्त पूरा करेंगे। सेक्रेटरी एजुकेशन पंजाब सरकार द्वारा जारी इस पत्र पर नारेबाज़ी के बाद टिप्पणी करते गवर्नमैंट स्कूल टीचर्स यूनियन पंजाब के प्रांतीय अध्यक्ष सुरिंदर कुमार पुआरी, सरप्रस्त चरन सिंह सराभा जगमेल सिंह पक्खोवाल, ज़िला लुधियाना के सचिव परवीन कुमार, उप अध्यक्ष मनीश शर्मा, सीनियर उपाध्यक्ष बलबीर सिंह लित्तर, टहल सिंह सराभा ने कहा है कि सेक्रेटरी एजुकेशन पंजाब सरकार और कार्यालय ज़िला शिक्षा अधिकारी सेकंडरी लुधियाना के इन पत्रों ने अध्यापकों के लिए नयी समस्या पैदा कर दी है कि अध्यापक घर घर जा कर चुनाव का काम पूरा करें कि स्कूलों में पूरे समय की ड्यूटी कर विद्यार्थियों को पढ़ाए। ज़िला शिक्षा अधिकारी द्वारा अध्यापिका को स्कूल समय के दौरान फ़ारिग करने या न करने के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट निर्देश नहीं हैं। अध्यापक नेताओं ने माँग की है कि 18 अगस्त को जारी किया गया पत्र तुरंत वापस लिया जाए और यदि सेक्रेटरी एजुकेशन शिक्षा प्रति इतने ही संजीदा हैं तो भारत के चुनाव आयोग से संपर्क कर सभी अध्यापकों को बीएलओ ड्यूटी से छूट दिलाई जाए। संगठन ने मुख्य चुनाव कमिशनर पंजाब से माँग करते हुए कहा कि सभी अध्यापकों की बी. ऐल. ओ. ड्यूटियों काटीं जाए। इस सवसार पर जसपाल सिंह संधू, बिकरमजीत सिंह थरीके, परमिंदरपाल सिंह रामगढ़ सरदारा, बलवीर सिंह कंग, हाकम सिंह लहरा,जोरा सिंह बस्सियां, नरिंदरपाल सिंह बुर्ज, भजन सिंह, लखवीर सिंह, बलवीर सिंह लहरा, ज्ञान सिंह दोराहा, गुरजिंदर सिंह, परमजीत सिंह सवद्दी भी उपस्थित थे।