जरा ध्यान से, कहीं सुहागरात पर हो न जाए ये 10 गलतियां...
punjabkesari.in Wednesday, Feb 25, 2015 - 04:18 PM (IST)

शादी में सबसे खास होती है सुहागरात, जिसका शब्द सुनते ही नौजवान युवक-युवतियों के दिमाग में इसके सपने आने लगते हैं और मन कल्पनाओं की उड़ान भरने लगता है।
इससे जुड़े खयाल आना कोई गलत बात नहीं है लेकिन सुहागरात के मौके पर की गई गलतियां हसीन लम्हों में आनंद में अड़चन डाल सकता है। इनमें इन्हीं गलतियों पर चर्चा की गई है, जिससे दूर रहकर सुहागरात और आगे के दांपत्य जीवनका भरपूर मजा लिया जा सके।
1. पार्टनर की सहमति के बिना सैक्स न करेंः ऐसा जरूरी नहीं है कि उसी सुहागरात को ही सैक्स संबंध कायम किया जाए। जब दोनों ही इसके लिए राजी हों, तभी वैसा करें।
2. संबंधों के लिए जल्दबाजी न दिखाएंः आम तौर पर सुहागरात से पहले युवक-युवतियों को एक-दूसरे के शरीर की ठीक तरह से जानकारी नहीं होती है। जब वे पहली बार खुला जिस्म देखते हैं, तो संयम खोकर इस काम में हड़बड़ी करने लगते हैं। इस वजह से वे उस सुख से वंचित रह जाते हैं, जिसकी उन्हें दरकार होती है। बिना फोरप्ले किए कोई भी लड़की यौन क्रीड़ा के लिए जिस्मानी तौर पर तैयार नहीं होती है।
3. शरीर की साफ-सफाई का ध्यान रखेंः पहले-पहल सैक्स के दौरान शरीर की ठीक तरीके से साफ-सफाई का खयाल जरूर रखें। शारीरिक आकर्षण के लिए डियो आदि का इस्तेमाल किया जा सकता है। किसी तरह की कसर न छोड़े कही कोई गलती आपके जीवन साथी में अरूचि पैदा कर दें।
4. पार्टनर पर शक न करेंः कई बार लोग सुहागरात को अपने जीवनसाथी को शक भरी निगाहों से देखते हैं। इससे उन हसीन लम्हों का मजा तो किरकिरा होता ही है, रिश्ते की बुनियाद भी कमजोर पड़ जाती है। बेहतर यह होता है कि दोनों एक-दूसरे के अतीत की बातें न कुरेदकर, जो जीवन सामने है, उसे सजाने-संवारने की कोशिश करें।
5. रक्तस्राव न हुआ तो घबराएं नहींः सुहागरात चाहे किसी महिला के लिए सेक्सुअल रिलेशन का पहला ही अनुभव क्यों न हो, रक्तस्राव कतई जरूरी नहीं है. आम तौर पर Hymen (एक तरह की झिल्ली) किसी अन्य शारीरिक काम के दौरान पहले ही नष्ट हो गई होती है, इसलिए रक्तस्राव की आशंका से डरना गलत है।
6. आकार से सेक्सुअल पावर का अंदाजा न लगाएंः यह सोचना सरासर है कि पुरुष के लिंग के आकार से सेक्सुअल पावर का पता लगाया जा सकता है। कामक्रीड़ा का आनंद जोड़ों के खुशनुमा मानसिक नजरिए और जिंदादिली पर निर्भर है। सुहागरात पर इस तरह के तनाव न पालें।
7. शराब न पीएंः कुछ युवकों की सोच होती है कि अगर वे सुहागरात को शराब आदि का सेवन कर लेंगे, तो उनके भीतर जोश पैदा हो जाएगा। यह गलत है। शराब की गंध और बहके हुए व्यवहार से जीवनसाथी को तकलीफ उठानी पड़ सकती है।
8. कंडोम के इस्तेमाल पर बात कर लेंः दोनों को आपस में इस बारे में सहमति बना लेनी चाहिए कि उन्हें कंडोम का इस्तेमाल करना है नहीं। अगर बच्चे पैदा करने की फिलहाल कोई योजना न हो, कंडोम का इस्तेमाल करना न भूलें।
9. पीरियड्स की डेट न भूलेंः पीरियड्स की डेट भूलने पर लड़कियों को शादी और सुहागरात के दौरान तकलीफ उठानी पड़ सकती है। साथ ही जो लड़के सुहागरात पर संबंध कायम करने को आतुर रहते हैं, उन्हें निराश होना पड़ सकता है। इसका उपाय यह है कि डेट मैच करने पर पहले से ही डॉक्टर की सलाह से वैसी गोलियां ले लें, जिनसे डेट को कुछ दिन आगे बढ़ाना मुमकिन है।
10. यह सिर्फ जिस्मों का मिलन नहीं हैः सुहागरात को केवल दो जिस्मों का मिलन मानना भारी भूल होगी। यह वो सुनहरा अवसर होता है, जब एक-दूसरे से भावनात्मक तौर पर अच्छी तरह जुड़ा जा सकता है। इस मौके पर व्यवहार में सौम्यता बरतकर पार्टनर के दिल पर गहरी छाप छोड़ी जा सकती है।