श्राद्ध की समय सारणी- सितंबर 2016

Thursday, Sep 15, 2016 - 07:56 AM (IST)

हर साल भाद्रपद मास की पूर्णिमा से आश्विन मास की अमावस तक 16 दिन पितरों के प्रति श्राद्ध के लिए होते हैं। इस बार 16 सितम्बर से 30 सितम्बर तक श्राद्ध होंगे।  

15 वीरवार :  अनंत चतुर्दशी व्रत, अनंत चौदश मेला बाबा सोढल जी (जालंधर, पंजाब), कदली व्रत


16 शुक्रवार : श्री सत्य नारायण व्रत, स्नान दान आदि की भाद्रपद  की पूर्णिमा, सायं 6 बजकर 35 मिनट पर सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेगा, कन्या संक्राति एवं आश्विन महीना प्रारंभ, संक्रांति का पुण्यकाल दोपहर 12  बजकर 11 मिनट के बाद, प्रौष्ठपदी पूर्णिमा एवं पूर्णिमा का श्राद्ध), मेला श्री गोइंदवाल साहिब तरनतारन, गुग्गापीर (लुधियाना), श्री गुरु अमरदास जी का ज्योति ज्योत समाए दिवस (प्राचीन परम्परा अनुसार)


17 शनिवार : आश्विन कृष्ण पक्ष प्रारंभ, महालय (पितृ पक्ष) श्राद्ध पक्ष प्रारंभ, प्रतिपदा (एकम) का श्राद्ध


18 रविवार : द्वितीया (दूज) का श्राद्ध, मध्यरात्रि 12 बजकर 55 मिनट पर पंचक समाप्त


19 सोमवार : संकट नाशक (संकष्टी) श्री गणेश चतुर्थी व्रत, चंद्रमा रात 8 बजकर 32 मिनट पर उदय होगा, तृतीया (तीज) एवं चतुर्थी (चौथ) का श्राद्ध अपराहन काल लगभग 1.34 से सायं 4 बजे तक में करें


20 मंगलवार : पंचमी तिथि का श्राद्ध, भरणी श्राद्ध


21 बुधवार : चंद्र षष्ठी व्रत, षष्ठी (छठ) तिथि का श्राद्ध, श्री स्वामी नारायण समाधि दिवस (दक्षिण भारत)


22 वीरवार : सप्तमी तिथि का श्राद्ध, सूर्य ‘सायण’ तुला राशि में प्रवेश करेगा, दक्षिण गोल प्रारंभ, विषुव दिवस;  श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त (सप्तमी तिथि)


23 शुक्रवार : अष्टमी तिथि का श्राद्ध, श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त (अष्टमी तिथि में), जीवित्पुत्रिका व्रत, राष्ट्रीय माह आश्विन प्रारंभ, मासिक काल अष्टमी व्रत


24 शनिवार : नवमी का श्राद्ध, सौभाग्यवती मृत स्त्रियों का श्राद्ध, मातृ नवमीं


25 रविवार : दशमी का श्राद्ध, रब्बीनूर पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी का ज्योति ज्योत समाए दिवस


26 सोमवार : इन्दिरा एकादशी व्रत, एकादशी का श्राद्ध


27 मंगलवार : संन्यासियों का एवं द्वादशी  तिथि का श्राद्ध, गजच्छाया योग आधी रात बाद 1 बजकर 34 मिनट से


28 बुधवार : प्रदोष व्रत, त्रयोदशी का श्राद्ध, गजच्छाया योग सायं 5 बजकर 25 मिनट तक है, मघा श्राद्ध, सरदार भगत सिंह जी की जयंती


29 वीरवार : मासिक शिवरात्रि व्रत, जल-अग्नि-शस्त्र (हथियार)-विष-दुर्घटना आदि में मृतकों का श्राद्ध, मेला श्री आशापति मात्र्तण्ड (जम्मू-कश्मीर)


30 सितम्बर शुक्रवार : स्नान दान आदि की आश्विन की अमावस चतुर्दशी (चौदश) का एवं अमावस का श्राद्ध, सर्वपितृ (सब पित्तरों का) श्राद्ध, अज्ञात तिथि वालों का (जिनकी तिथि का पता नहीं, उनका) श्राद्ध आज करना चाहिए, पितृ विसर्जन (इस दिन गौ ग्रास-पीपल पर जल-तिल अर्पण करना शुभ होता है) एवं सायंकाल में घर के बाहर दीप प्रज्जवलित करके श्रद्धा के साथ पितृ-विसर्जन करना चाहिए। पितृ पक्ष (श्राद्ध पक्ष) एवं महालया पक्ष समाप्त।

शरद् नवरात्र आरंभ-पहली अक्तूबर 

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