जानिए, कैसे मनाएं शनि जयंती पर्व?

Friday, Jun 03, 2016 - 08:50 AM (IST)

शनि जयंती का लाभ लेने के लिए सर्वप्रथम स्नानादि से शुद्ध होकर एक लकड़ी के पाट पर काला कपड़ा बिछाकर उस पर शनि जी की प्रतिमा या फोटो या एक सुपारी रख उसके दोनों ओर शुद्ध घी व तेल का दीपक जलाकर धूप जलाएं। इस शनि स्वरूप के प्रतीक को जल, दुग्ध, पंचामृत, घी, इत्र से स्नान करवाकर उनको इमरती, तेल में तली वस्तुओं का नैवेद्य लगाएं। नैवेद्य के पूर्व उन पर अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुंकुम एवं काजल लगाकर नीले या काले फूल अर्पित करें। नैवेद्य अर्पण करके फल व ऋतु फल के संग श्रीफल अर्पित करें।

 
 
इस पंचोपचार पूजन के पश्चात इस मंत्र का जप कम से कम एक माला से करें-
"ॐ प्रां प्रीं प्रौ स. शनये नमः"॥
 
 
माला पूर्ण करके शनि देवता को समर्पण करें पश्चात आरती करके उनको साष्टांग प्रणाम करें।
 
पंडित विशाल दयानन्द शास्त्री 
vastushastri08@gmail.com
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