Navratri 9th Day: नौ देवियों की कृपा प्राप्त करने के लिए करें मां सिद्धिदात्री की पूजा

Thursday, Oct 14, 2021 - 09:16 AM (IST)

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Navratri 9th Day Maa Siddhidatri:  नवरात्रों की शुरुआत से लेकर अंतिम दिन तक भक्तों द्वारा की गई साधना का उचित फल देने वाली नवीं देवी हैं देवी सिद्धिदात्री। जिस प्रकार उनके नाम से ही पता चलता है यह देवी सर्व कार्य सिद्ध करने वाली पूरे ब्रह्मांड की सिद्धियां देने वाली, विजय देने वाली, कार्य में सफलता प्रदान करने वाली देवी हैं। देवी सिद्धिदात्री का पूजन पूरे विधि-विधान से करने पर नवरात्रों का पूर्ण फल प्राप्त होता है और इसके साथ ही नौ देवियों की अनुकंपा मिलती है। सिंह पर सवार देवी सिद्धिदात्री भक्तों का कल्याण करने वाली व उनकी तपस्या का फल देने वाली देवी हैं।

मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व- ये आठ सिद्धियां होती हैं। भगवान शिव को भी यह सभी सिद्धियां मां सिद्धिदात्री की वरदान से प्राप्त हुई थी। नौ देवियों के तेज संभालने की शक्ति भक्तों में तभी आती है जब देवी सिद्धिदात्री का आशीर्वाद भक्तों को प्राप्त होता है। ऐसी मान्यता है कि नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूरी विधि से पूजा करने पर सभी देवियां प्रसन्न हो जाती हैं और आपके कार्य सफल होते हैं।

Siddhidatri mata mantra
या देवी सर्वभू‍तेषु मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


अर्थ : हे मां! सर्वत्र विराजमान और मां सिद्धिदात्री के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूं। हे मां, मुझे अपनी कृपा का पात्र बनाओ।

केतु ग्रह की देवी सिद्धिदात्री सभी प्रकार के सुख और आध्यात्मिक उन्नति देती हैं। केतु ग्रह के सभी दोष समाप्त हो जाते हैं, इनकी कृपा से।

नवमे दिन कन्या पूजन का विधान है। उससे पहले घर में हवन या छोटा होम ज़रूर करें। इससे घर में सकारात्मकता बढ़ती है। घर का बना भोजन हवन आहुति में डालें।

रात्रि साधना में देवी के मंत्रों का उच्चारण करें।

दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

केले बालकों में बांटने से संतान कष्ट दूर होते हैं।

खट्टी-मीठी टॉफियां या जूस छोटी कन्याओं को दान करें।

नीलम
8847472411

Niyati Bhandari

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