अशून्य शयन व्रत: वैवाहिक जीवन में जन्‍नत का आनंद भोगने के लिए करें यह उपाय

Thursday, Jul 21, 2016 - 10:38 AM (IST)

आज अशून्य शयन व्रत है। हिन्दू धर्म शास्त्रों में पति-पत्नी के रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने में इस दिन का अत्यधिक महत्त्व है। भविष्य पुराण के मतानुसार श्रावण कृष्ण पक्ष के दूसरे दिन इस व्रत को रखने का विधान है। यह दिन श्री हरि विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है। भविष्य पुराण के अनुसार यह दैवीय शक्ति एक आदर्श जोड़ी है। इनका पूजन करने से दांपत्य जीवन सुखमय व्यतित होगा और बाधाएं उपस्थित नहीं होंगी।

 

सनातन धर्म के पंचाग की मान्यता अनुसार वर्ष 2016 में अशून्य शयन व्रत 20 अगस्त को रखा जाएगा। व्रतधारी महिला-पुरूष वैधव्य-विधुर होने के पाप से विमुक्त होते हैं। घर-परिवार में प्रेम और सौहार्द बना रहता है। दांपत्य जीवन में निरंतर कटुता आ रही हो, पति-पत्नी में दूरियां बढ़ रही हों, परिवार में सौहार्द एवं मधुरता समाप्त हो रही हो, तो आज करें यह उपाय, भोगेंगे जन्‍नत का आनंद 

 

उपाय

 

* भगवान लक्ष्मीनारायण के चित्र या मूर्ति पर पीपल के पत्तों की माला चढ़ाएं।

 

* लक्ष्मी जी के मंदिर में सौंदर्य प्रसाधन चढ़ाएं।

 

*  सिक्के पर इत्र लगाकर लक्ष्मी मंदिर में चढ़ाएं।

 

* लक्ष्मी मंदिर में चमेली का इत्र चढ़ाएं।

 

* मीठी चुरी बनाकर पति-पत्नी मिलकर पक्षियों को डालें।

 

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