कल बन रहे हैं विशेष योग अमृतमय जीवन बिताने के लिए धन-संपदा को करें अमंत्रित

Friday, Aug 28, 2015 - 11:37 AM (IST)

कल दिनांक 29.08.15 शनिवार श्रावण पूर्णिमा को शाम 3 बजकर 32 मिनट के बाद सर्वश्रेष्ट योग बन रहे हैं। शाम 3 बजकर 32 मिनट के बाद रात्री 12 बजकर 05 मिनट तक पूर्णिमा तिथि रहेगी। शाम 3 बजकर 32 मिनट के बाद राहू का नक्षत्र शतभीषा रहेगा। डोफार 1 बजकर 51 मिनट बाद बव कारण रहेगा। यह कारण अति शुभ फलदाई है। शाम 6 बजकर 01 मिनट बाद सुकर्मा योग रहेगा जो शुभ कार्यों हेतु सर्वश्रेष्ट माना गया है। शाम 06 बजकर 06 मिनट से 07 बजकर 33 मिनट सर्वश्रेष्ट महूर्त बन रहा है।

कल शनिवार दिनांक 29 अगस्त 2015 को पूर्णिमा, रक्षाबंधन के दिन शनिवार का विशेष योग बन रहा है। ज्योतिषिय उपाय करने के लिए पूर्णिमा का दिन बहुत शुभ माना गया है। इस रोज किए गए उपायों से अनंत गुणा फल प्राप्त होता है। अमृतमय जीवन बिताने के लिए धन-संपदा को इस तरह करें अमंत्रित-

* महिलाएं एवं पुरूष कल अपने इष्ट देव को राखी बांधे।

* शाम को घर की पश्चिम दिशा में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर केसर मिले चन्दन से अष्टदल बनाकर उस पर चावल रख जल कलश रखें। कलश के पास हल्दी से कमल बनाकर उस पर माता लक्ष्मी की मूर्ति प्रतिष्ठित करें। माता लक्ष्मी की मूर्ति के सामने श्रीयंत्र भी रखें। कमल के फूल से पूजन करें। तत्पश्चात धूप और घी के दीप से पूजा कर नैवेद्य का भोग लगाएं। महालक्ष्मी जी की आरती करें। 

* शिवलिंग पर दूध से बने मिष्ठान और शनि यंत्र पर तेल में तले व्यंजनों का भोग लगाएं। शिव-शनि पूजा उपरांत महामृत्युंजय मंत्र का एक माला (108) बार करें:

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारूकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

मंत्र जाप पश्चात शिव-शनि की आरती करें। शिव आरती में शुद्ध घी व कर्पूर का प्रयोग करें और शनि आरती तेल के दीप से करें। पूजा-आरती के पश्चात शिव-शनि से निरोगी, निर्भय व सुखी जीवन की कामना हेतु आग्रह करें।

* दुर्भाग्य से मुक्ति पाने के लिए भगवान लक्ष्मीनारायण के चित्र या मूर्ती पर पीपल के पत्तों की माला चढ़ाएं।

नोट: दिनांक 29.08.15 शनिवार को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट तक विष्टिकरण अर्थात भद्रावास है। इस काल में राखी बांधना निषिद्ध माना गया है।

आचार्य कमल नंदलाल

ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

Advertising