भारत को सिर्फ ‘विक्रेता’ नहीं बल्कि ‘राजनेता’ के रूप में पेश करने का समय

Monday, Jan 22, 2018 - 03:58 PM (IST)

दावोसः कोटक बैंक के कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक उदय कोटक ने कहा कि विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यू.ई.एफ.) की शिखर बैठक में भारत को खुली अर्थव्यवस्था के रूप में पेश करने पर जोर होगा, जो कि घरेलू के साथ-साथ वैश्विक निवेशकों के हितों का भी ध्यान रखती है। उन्होंने कहा कि देश को खुद को अग्रणी भूमिका के रूप में पेश करने की जरूरत है, सेल्समैन की तरह नहीं। कोटक ने कहा कि यह देश को नए भारत के रूप में प्रर्दिशत करने का बड़ा अवसर है, जिसका निर्माण किया जा रहा है।

ट्रंप करेंगे अमरीकियों की प्रशंसा
कोटक ने कहा, हमें समझना चाहिए कि हमारे प्रधानमंत्री के बाद अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी अपनी ‘अमेरिका पहले नीति’ के साथ दावोस आ रहे हैं। वह कॉरपोरेट कर में कटौती तथा नौकरियों में वापसी के साथ दावोस आ रहे हैं। उन्होंने कहा,  इसलिए जब ट्रंप इस बारे में बात करेंगे कि कैसे अमेरिकियों ने फिर से अमेरिका को महान बना दिया है, तो हमें भी सही संदेश देने की जरूरत है। भारत को यह संदेश देने की जरूरत है कि हम अपने यहां दुनिया का स्वागत करते हैं और हम एक नए भारत का निर्माण कर रहे हैं।

दावोस भारत के लिए बड़ा अवसर
कोटक ने कहा कि इस साल दावोस भारत के लिए बड़ा अवसर है और उसे यहां खुद को विक्रेता नहीं बल्कि अग्रणी नेतृत्व के रूप में पेश करने की जरुरत है। जब अमेरिका ‘अमेरिका पहले’ नीति की वकालत कर रहा है तो भारत को भी खुद को अनूठे तरह से पेश करने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा कल दिए जाने वाले भाषण के बाबत उम्मीदें व्यक्त करते हुए कहा, हमें दुनिया को यह बताने की जरूरत है कि हम खुली अर्थव्यवस्था हैं लेकिन साथ ही यह भी बताने की भी आवश्यकता है कि देश की आकांक्षा नए भारत के निर्माण की है। हमें यह भी स्पष्ट करने की आवश्यकता है कि हमें दुनिया के निवेश की जरुरत है। कोटक ने कहा, भारत अब दुनिया के लिए एक विक्रेता नहीं है और हमें खुद को अब नेता बनने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि हमारे प्रधानमंत्री भारत की ब्रांडिंग और हमारी सफलता की कहानी के विपणन के लिए सबसे अच्छे व्यक्ति हैं।    

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