कुछ बाते जो आपको चौका देगी

Saturday, Jan 13, 2018 - 03:34 PM (IST)

आपने पढाई मे, फैशन, टेक्नोलॉजी एंव मैनेजमेंट आदि कोर्सो के बारे में सुना होगा लेकिन कभी आपने वेश्यावृत्ति कोर्स के बारे में नहीं सुना होगा। आज हम आपको वेश्यावृत्ति कोर्स के बारे में बताते है।

 

स्पेन की एक कंपनी ने वेश्यावृत्ति के लिए कोर्स चलाया है ,जो कि एक सप्ताह का होता है और इसके लिए लोगों को 100 यूरो जमा कराने होते हैं। वेलेनिका की ये स्पेनिश फर्म वेश्यावृत्ति के लिए न सिर्फ प्रोफेशनल कोर्स चला रही है बल्कि जॉब की गारंटी भी दे रही है। डेली मेल में ली मोरान के लिखा है कि केवल 100 यूरो खर्च करने पर छात्रों को दुनिया के सबसे पुराने पेशे का इतिहास पढ़ाया जाएगा। इसके अलावा सेक्स टॉय का इस्तेमाल और कामसूत्र में दी गई सेक्स की बेहतरीन पोजीशन के बारे में बताया जाएगा। कंपनी का दावा है कि 19 से 45 साल के 95 लोग एक हफ्ते के कोर्स के लिए उसके पास आए हैं। इन्हें रोज दो घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

 

बाल वेश्या वृत्ति बंगलादेश मे अवैधः

बांग्लादेश की राजधानी ढाका से कुछ ही घंटों की दूरी पर स्थित तांगेल नगर के रैड लाइट एरिया में चेहरे पर भारी मेकअप किए और तंग व छोटे कपडे पहने नाबालिग लडकियां ग्रहकों को लुभाती नजर आती हैं। ये लडकियां नाबालिग होने के बावजद उम्र में बडी और स्वस्थ नजर आती है। इस सब के पीछे एक काला सच छुपा हुआ है। बांग्लादेश के वेश्यालयों में नाबालिग लडकियां अपनी वास्तिवक उम्र से बडी दिखने के लिए पशुओं को दिया जाने वाला स्टेरॉयड ओराडेक्सॉन ले रही है। 90 प्रतिशत सैक्स वर्कर इसका इस्तेमाल करती है। इसका कारण बताती हुई वे कहती है कि इससे उनकी सेक्स करने की क्षमता बढ जाती है क्योकि उन्हें पैसे कमाने के लिए एक दिन में कई लोगों के साथ सैक्स करना पडता है। साथ ही इनसे उनका वजन भी काफी बढ जाता है। इससे गरीब घरों की ये लडकियां स्वस्थ और अधिक उम्र की नजर आने लगती है। अधिकतर ग्राहक गठीले और भरे शरीर वाली लडकियां पसंद करते है। 

 

बांग्लादेश में 18 साल से कम उम्र में वेश्यावृत्ति करना अवैध है। इस ड्रग्स के जरिए सैक्स वर्कर पुलिस से भी बच जाती है। लेकिन ये स्टेरॉयड धीरे-धीरे उन्हें बीमारियों में जकड देते है। इससे वे डायबिटीज, सिरदर्द और उच्च रक्तचाप की मरीज बन जाती है। वेश्यालयों का संलान करने वाली महिलाएं शुरूआत में जबरन ये स्टेरॉयड सेक्स वर्करों को देती है और याद में उन्हें इसकी लत लग जाती है। एक नए शोध से लड़कियों के बारे में एक सच सामने आया जिसमें यह पता चला कि महिलाएं सेक्स के दौरान अपने मजे के लिए शरीर को हिलाती हैं, और जोर-जोर से आहें भरती हैं। ऐसा करने में उन्हें खुद भी आनंद मिलता है। फिर ये बात उस सर्वे के पहले रिजल्ट को खारिज करती है जिसमें यह कहा गया है कि महिलाएं चरम सुख पाने का नाटक करती हैं। दरअसल यह बात लगभग सभी को पता है कि 80 फीसदी महिलाएं सेक्स के दौरान पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होती हैं। इसलिए वह चरम सुख प्राप्त करने का नाटक करती हैं, ताकि उनके पार्टनर को बुरा ना लगें. कुछ मौकों पर चरम सुख का दिखावा करना इस बात की तरफ इशारा करता है कि वह अब रतिक्रिया को खत्म करना चाहती हैं। महिलाओं का चरम सुख को प्राप्त न करना एक आम बात है और वह सिर्फ दिखावे के लिए ही ऐसा करती हो। फिलहाल ये रिसर्च सिर्फ कुछ महिलाओं पर ही आधारित है, इसलिए जरूरी नहीं कि अगर आपके पार्टनर चरम सुख की तरफ बढ़ रहे हों तो आप उसे महज दिखावा समझें।

 

ऐसी क्या परम्पराः

वेश्यावृत्ति में आने वाली महिलायें ज्यादातर पारिवारिक या सामाजिक मजबूरियों के चलते आती हैं। भारत में गरीबी इस व्यवसाय के पीछे की सबसे बड़ी वजह है जहां बिना मर्जी के भी महिलायें अपना घर चलाने के लिए इस धंधे को मजबूरन अपनाती हैं। आज हम आपको भारत के इस काले सच से रूबरू करायेंगे जहा वेश्यावृत्ति अब एक पारंपरिक व्यवसाय बन गयी है। देश के इन मुख्य जगहों पर वेश्यावृत्ति ही घर चलाने और कमाई का सबसे बड़ा जरिया है। उत्तर प्रदेश का *नातपुरबा* गांव▪▪▪ जहा वेश्यावृत्ति लोगों का सदियों से चला आ रहा मुख्य व्यवसाय है। यहां रहने वाले नात जाति के लोग इस व्यवसाय में 400 साल से भी अधिक समय से लिप्त हैं। यहां इस जाति के लोगों की कुल आबादी 5000 है। इस गांव में रहने वाले बच्चे अपनी मां के साथ रहते हैं और मुश्किल से ही इन्हें अपने पिता के बारे में जानकारी होती है।

 

कर्नाटक के देवदासी का इलाकाः

कर्नाटक के देवदासियो में लड़कियों के कौमार्य की नीलामी होती है। इसके बाद लड़कियां अपना पूरा जीवन एक वेश्या के रूप में व्यतीत करती हैं और अपने परिवार के लिए पैसे कमाती हैं। देवदासिया हिंदू देवी येलम्मा की पूजा करते हैं, देवदासी का मतलब होता है भगवान के गुलाम। यहां की परंपरा के अनुसार लड़कियों का विवाह देवी से होता है जिसके बाद वह अपना पूरा जीवन धर्म को समर्पित करते हैं।

 

गुजरात का वाडिया गांवः

गुजरात के गांव वाडिया में परंपरा के अनुसार यहां के पुरुष ही महिलाओं के लिए ग्राहकों की तलाश करते हैं। यहां यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और परिवार के भरण-पोषण के लिए वेश्वयावृत्ति मुख्य व्यवसाय है।

 

मध्य प्रदेश का बछरा इलाकाः

मध्य प्रदेश के बछरा जोकि आदिवासी इलाका है यहां की परंपरा और निराली है। यहां परिवार की सकबसे बड़ी लड़की को परिवार के पुरुष वेश्यावृत्ति के व्यवसाय में भेजते हैं, जिससे परिवार का भरण-पोषण होता है। यही नहीं यहां परिवार में पिता और भाई ही ग्राहक से पैसों का लेनदेन करते हैं।

 

अनिल अनूप

9779592058
 

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