अंक विद्या: किस दिशा से लक्ष्मी प्रवेश करेगी आपके द्वार, हर मंगलवार करें ये उपाय

Monday, Jan 22, 2018 - 09:54 AM (IST)

अंक विद्या अपने आप में पूर्ण ज्योतिष विज्ञान है-आपकी मात्र जन्मतिथि के अंकों को जोड़ कर जो अंक बनता है उसको अंक विद्या में ‘मूलांक’ कहते हैं। मात्र उसी अंक से आपकी भाग्य वृद्धि का निर्णय हो जाता है। आपका व्यवसाय किस दिशा में सफल होगा अथवा किस दिशा में आपका व्यवसाय स्थल होना चाहिए और उसी दिशा से लक्ष्मी आपके द्वार प्रवेश करेगी।


अपने द्वार के बाहर लक्ष्मी के चरण-चिन्ह लगाएं।

अपनी टायलैट में समुद्री नमक कांच की कटोरी में डाल कर रखें।


मूलांक (1) : अगर आप 1, 10, 19, 28 जन्म तिथि वाले हैं तो आपके धनागमन की दिशा दक्षिण पूर्वी होगी और व्यक्तिगत विकास की दिशा उत्तर होगी। सफेद वस्त्र पर 1 अंक लिख कर अपने पास रखें।


मूलांक (2)  : 11, 20, 29 जन्मतिथि वाले लोगों की भाग्य उन्नति उत्तर पूर्व-स्वास्थ्य, पश्चिम दिशा, पारिवारिक सुख शांति उत्तर पश्चिम, व्यक्तिगत विकास दक्षिण पश्चिम होगा। रेशमी चौकोर वस्त्र पर चमकीले सितारे लगाकर अपने पास रखें। धन की कमी नहीं होगी।


मूलांक (3) : 3, 12, 21, 30 जन्म तिथि वालों के लिए दक्षिण पश्चिम दिशा शुभ होगी। पारिवारिक सुख शांति के लिए दक्षिण-पूर्व, स्वास्थ्य के लिए उत्तर। पीले रंग के रेशमी वस्त्र में चांदी का चौकोर टुकड़ा बांध कर अपने पास रखें।


मूलांक (4) : 4, 13, 22, 31 तिथि में जन्म लेने वालों के लिए दक्षिण दिशा स्थल शुभ होगा। स्वास्थ्य के लिए उत्तर दिशा और पारिवारिक सुख-शांति दक्षिण दिशा से होगी। भूरे रंग के रेशमी वस्त्र में 7 काली मिर्च के दाने बांध कर अपने पर्स में रखें।


मूलांक (5) : 5, 14, 23 जन्म तिथि वाले जातकों के लिए उत्तर-पूर्व दिशा भाग्यवद्र्धक, स्वास्थ्य एवं व्यक्तिगत विकास के लिए दक्षिण-पश्चिम भाग्यवद्र्धक सिद्ध होगी। हरे रंग के वस्त्र में चमकता हुआ ताम्बे का पैसा बांधकर रखें।


मूलांक (6):  6, 15, 24 जन्म तिथि में जन्म लेने वाले जातकों के लिए पश्चिम अथवा उत्तर-पश्चिम दिशा, स्वास्थ्य के लिए उत्तर-पूर्व, पारिवारिक शांति के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा शुभ होगी। शुक्रवार को अपने पर्स में गुलाबी रंग के वस्त्र पर 6 अंक लिख कर अपने पास रखें।


मूलांक (7) : 7, 16, 25 तिथियों में जन्म लेने वालों के लिए पश्चिम दिशा से भाग्य उन्नति, दक्षिण पश्चिम से स्वास्थ्य, पूर्व अथवा दक्षिण पश्चिम दिशा व्यक्तिगत विकास के लिए शुभ होगी। सुनहरी रंग के वस्त्र में पीली सरसों बांध कर अपने पास रखें।


मूलांक (8) : 8, 17, 26  जन्म तिथि वाले जातक दक्षिण-पश्चिम दिशा से भाग्य उन्नति प्राप्त करेंगे। उत्तम पश्चिम से स्वास्थ्य लाभ, पारिवारिक सुख-शांति, व्यक्तिगत  निकास पश्चिम दिशा से होगा। पीले रंग के वस्त्र में 21 दाने चावल बांधकर अपने पास रखें।


मूलांक (9) : 9, 18, 27 जन्म तिथि के जातकों के लिए पूर्व दिशा भाग्य उन्नति एवं लक्ष्मी प्राप्ति की दिशा है। स्वास्थ्य लाभ के लिए दक्षिण पूर्व, पारिवारिक शांति उत्तर दिशा, व्यक्तिगत विकास के लिए दक्षिण दिशा शुभ होगी। मंगलवार को लाल रंग का रेशमी रुमाल अपने पास रखें-धन की कमी नहीं होगी।


इन सभी दिशाओं में सदा अपने व्यावसायिक स्थलों में पूर्व अथवा पूर्वोत्तर की तरफ मुंह करके बैठें तो आशातीत धन वृद्धि होगी। अपने मुख्य द्वार के अंदर एवं बाहर दाईं ओर वाली सूंड के गणेश जी का चित्र अथवा स्वास्तिक का केसरी अथवा लाल रंग का चिन्ह अंकित करें। लाल वस्त्र में धुली हुए मसूर की दाल बांध कर रखें। लक्ष्मी यंत्र, व्यापार वृद्धि यंत्र, कुबेर यंत्र रखें। अपने मुख्य द्वार के आगे के स्थल को नित्य नमक मिले जल से धोएं। व्यापारिक स्थल को केसर जल का छींटा दें। हरमल-गुग्गल-लोबान की धूनी दें। हर मंगलवार आधा नींबू ऊपर बीच में 7 हरी मिर्च, काले धागे में पिरोकर द्वार के बीच में टांगें।

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